जमशेदपुर झारखंड से लगभग 35 किमी पहले रांची रेल लाइन पर है चांडिल रेलवे स्टेशन ।
पिछले सप्ताह की घटना है -
दो गुंडे बीच सड़क पर दो महिलाओं को बुरी तरह मार रहे थे-
नौजवान करीम को यह बात अच्छी न लगी, उसने प्रतिरोध किया और उन दोनों महिलाओं को बचाया ।
संघर्ष के क्रम में एक गुंडे ने चाक़ू से वार किया ।
घायल करीम ने मुकाबला करते हुवे अपने कार्य को पूरा तो कर लिया परन्तु बुरी तरह घायल होने की वजह से उसे अस्पताल में भरती होना पड़ा ।
कल एक रील नायक की मौत पर दुनिया रोई परन्तु इस रियल लाइफ हीरो की मौत की खबर लोकल TV चैनल तक ही सीमित रही ।।
आइये श्रद्धांजलि दें इस वीर को ।
बची नारिया किन्तु, उसे चाक़ू से गोदा-रविकर
करे सुरक्षित नारि दो, लुटा जाय जो जान ।
ऐ करीम टाटानगर, झारखण्ड की शान ।
झारखण्ड की शान, पीटते नारी गुंडे ।
कर करीम प्रतिरोध, हटाता वह मुस्टंडे ।
बची नारिया किन्तु, उसे चाक़ू से गोदा ।
होता आज शहीद, उजड़ अब गया घरौंदा ।।
4 टिप्पणियां:
उत्कृष्ट प्रस्तुति शुक्रवार के चर्चा मंच पर ।।
आइये पाठक गण स्वागत है ।।
लिंक किये गए किसी भी पोस्ट की समालोचना लिखिए ।
यह समालोचना सम्बंधित पोस्ट की लिंक पर लगा दी जाएगी 11 AM पर ।।
sahi kaha hai aapne ravikar ji.aise veeron ka sthan to sabse upar hai aur ham sabhi ko miljul kar inhe salam karna chahiye par jankari ke abhav me ham chook jate hain.सार्थक प्रस्तुति सृष्टि में एक नारी,
is veer ki shahadat ko salam .
bRAVO ! bRAVO......
http://yayavar420.blogspot.in/
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