शनिवार, 18 मई 2013

जानकी जयंती [१९ मई २०१३ ]पर विशेष


जानकी जयंती [१९ मई २०१३ ]पर विशेष 


जनकनंदनी  की महिमा का आओ हम गुणगान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!



बड़े भाग मिथिला पति के सीता सम पुत्री पाई ,
सुनयना की शिक्षा जिसने पल भर को न बिसराई ,
त्याग-तपस्या की मूर्ति जानकी का  हम ध्यान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!

  


कुल वधू राजा दशरथ की सिया कौशल्या को प्यारी ,
श्री राम संग झेली वनवास -विपत्ति भारी ,
पतिव्रता जगदम्बा ने निज सुख सारे बलिदान किये !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!




दिया राम ने त्याग सिया को प्रजा में जब अपवाद उठा ,
कुटिल दैव की इस करनी से सिया का यश था नहीं घटा ,
लव-कुश की पावन माता का ह्रदय से हम सम्मान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!




    


पुत्री ,पत्नी , माता धर्म निभाया जिसने दृढ होकर ,
सिया चरित आदर्श यही सन्देश मैं आई हूँ लेकर ,
भारत की इस नारी पर आओ मिलकर अभिमान करें !
श्री राम की प्राण प्रिया के चरणों में निज शीश धरें !!

शिखा कौशिक 'नूतन'






4 टिप्‍पणियां:

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति जानकी जयंती की शुभकामनायें ..आभार . मेरी किस्मत ही ऐसी है .

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज रविवार (19-05-2013) के मंजिल को हँसी-खेल समझना न परिन्दों : चर्चा मंच- 1249 मयंक का कोना पर भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

महेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा…

बढिया, बहुत सुंदर
जय हो

डा श्याम गुप्त ने कहा…

वाह ! क्या बात है ...जय जनक नन्दिनी की....