रविवार, 16 अक्तूबर 2011

...जब थक के सो जाती है माँ

Please See Bloggers' Meet Weekly 13

'माँ' The mother Part 1 


यह एक विशेष भेंट है जो कि हम अपने पाठकों की नज़्र कर रहे हैं।
उम्मीद है कि यह भेंट आप सभी भाई बहनों को ज़रूर पसंद आएगी।

मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है माँ
तब कहीं जाकर ‘रज़ा‘ थोड़ा सुकूं पाती है माँ
 

3 टिप्‍पणियां:

रविकर ने कहा…

सुन्दर प्रस्तुति |
बधाई स्वीकारें ||

S.N SHUKLA ने कहा…

ख़ूबसूरत प्रस्तुति के लिए बधाई .

virendra ने कहा…

sundar prastuti badhaayee .