सोमवार, 22 अगस्त 2011

THE NEXT PRIME-MINISTER -DR. KIRAN BEDI !


A still image of Kiran Bedi
[गूगल से साभार ]
    
वीरुभाई जी  ने  एक सटीक टिपण्णी की है .मैं पूरी तरह से सहमत हूँ .आप भी पढ़िए -
मजबूत इरादों की सुदृढ़ दीवार सी जोश पूर्ण रचना ,..........."पुरुष ,गंवार और घोड़ा ,इन्हें जितना मारो थोड़ा ",नारी को अबला कहने (अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी ,आँचल में है दूध और आँखों में पानी )के दिन गए (ढोल ,गंवार शूद्र ,पशु -नारी ,सकल ताड़ना के अधिकारी )पढने के दिन गए ,किरण बेदी हैं आज "फौलादी इरादों वाली ,उसूलों वाली औरत ,अन्ना के आन्दोलन की सात्विक आंच सी ,जीवन की उजास सी ,नए प्रभात सी ......मैं इनमे प्रधान मंत्री /गृह -मंत्राणी की छवि देख रहा हूँ . जय अन्ना ,जय भारत .

आज  हमें वास्तव  में  किरण बेदी जी जैसी  साहसी ,ईमानदार महिलाओं की आवश्यकता है.ऐसी महिलाएं ही देश को आगे ले जा सकती  हैंप्रधानमंत्री पद की शोभा ऐसी ही भारतीय महिला बढ़ा सकती है
                   
क्या आप सहमत हैं?
                                                                                 शिखा कौशिक 
                                                                                .

11 टिप्‍पणियां:

Maheshwari kaneri ने कहा…

मैं पूरी तरह सहमत हूँ..सही कहा..

Amrita Tanmay ने कहा…

सही कहा है..

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

Bilkul sahi kaha. sahamat hun..

काव्य संसार ने कहा…

बिलकुल सही कहा |
इस नए ब्लॉग में पधारें |
काव्य का संसार

अशोक कुमार शुक्ला ने कहा…

Good luck

Shalini kaushik ने कहा…

POORI TARAH SE SAHMAT kiran bedi is desh ko samabhalne ka madda rakhti hain

Surendra shukla" Bhramar"5 ने कहा…

शिखा जी सुन्दर विचार और सोच है लेकिन ये काले कौए हंस को आगे कहाँ बढ़ने देते हैं -होश में आ नहीं रहे अब तीसरा पक्ष उभर दिया गया चिंता का विषय है अन्ना के लिए भी ..
...जन्माष्टमी की हार्दिक शुभ कामनाएं आप सपरिवार और सब मित्रों को भी
भ्रमर ५

virendra sharma ने कहा…

किरण बेदी राष्ट्रपति ए पी जे कलाम साहब की तरह एक बड़ा मकसद पूरा करेंगी .नियति ने शायद उन्हें इसीलिए कमिश्नर दिल्ली पुलिस नहीं बनाया .इस दौर में बौने से भी बौने ,इतना बौने कि बौने भी शर्मा जाएँ "प्रधान मंत्री "दिख रहें हैं ,बिजूके से ,काग भगोड़े से .इनके पास केवल पद है न वह नैतिक शक्ति है न तेज़ ,न वाणी की आंच ,बोलने की कोशिश करतें हैं प्रधान मंत्री जी लेकिन आवाज़ ही नहीं निकलती .इनके हाथ के तोते उड़े हुएँ हैं किरण जी के तेज़ के प्रताप से ,अन्ना जी के नैतिक बल से .

एक स्वतन्त्र नागरिक ने कहा…

सामायिक बात.जरा एक और मुद्दे पर पढ़ें और कृपया अपनी राय अवश्य दें. सचिन को भारत रत्न क्यों?
http://sachin-why-bharat-ratna.blogspot.com

Urmi ने कहा…

आपको एवं आपके परिवार को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !

prerna argal ने कहा…

main iske liye poori tarah shamat hoon.wo hameshaa se honest,sahaasi aur karmath rahi hain.wo jis bhi post per rahin wahan achche kaam kiye.jab wo tihad jail ki incharje rahin tab unhone jail ki kayaa hi palat di thi .wo bilkul deserve karati hain priminister banane ke liye.jay bharat.