रविवार, 16 जून 2013

Thanks father-वालिद शुक्रिया मेरे वालिद शुक्रिया

 

You Stood By Me...
HAPPY FATHER'S DAY
SHIKHA KAUSHIK 

वालिद शुक्रिया मेरे वालिद शुक्रिया ,
रहे सलामत आप रब से करते यही दुआ !


सर्दी-गर्मी बारिश से आप टकराये ,
हम रहें महफूज़ ली खुद पर ही बलाएँ ,
आगे बढ़कर फ़र्ज़ पूरा आपने किया !
वालिद शुक्रिया मेरे वालिद शुक्रिया ,
रहे सलामत आप रब से करते यही दुआ !


कायदे से रहने की तहजीब सिखलाई ,
क्या भला और क्या बुरा है ये बात बतलाई ,
हर कदम पर साथ मेरा आपने दिया !
वालिद शुक्रिया मेरे वालिद शुक्रिया ,
रहे सलामत आप रब से करते यही दुआ !



दे ख़ुदा हमको भी दम हम इतना कर सकें ,
आपकी इज्ज़त हमेशा दिल से कर सकें ,
और एक औलाद क्या कर सकती है भला !
वालिद शुक्रिया मेरे वालिद शुक्रिया ,
रहे सलामत आप रब से करते यही दुआ !

        SHIKHA KAUSHIK 'NUTAN'

9 टिप्‍पणियां:

रज़िया "राज़" ने कहा…

बहोत ख़ुब !! अपने खुदा से प्यारी सी दुआ अपने पिता के लिये। ख़ुदा आप जैसी बेटी सभीको दे। सुंदर रचना ।

Shikha Kaushik ने कहा…

thanks raziya ji

डा श्याम गुप्त ने कहा…

ये इतने अच्छी उर्दू आपने कहाँ से सीखी....

Shalini kaushik ने कहा…

बहुत सुन्दर भावों की अभिव्यक्ति आभार . बघंबर पहनकर आये ,असल में ये हैं सौदागर .
आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -४.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN "झुका दूं शीश अपना"

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

रहे सलामत आप रब से करते यही दुआ
दिल को छु गए
मेरे पिता खो गए

Shikha Kaushik ने कहा…

shukriya aap sabhi ka .
@ shyam ji -ye to hamari hindustani bhasha hai ...jo hamare khoon me hai .

डा श्याम गुप्त ने कहा…

एक दो शताब्दी की भाषाएँ खून में कैसे हो सकती नहीं ...वैसे भी खून में कोई भाषा नहीं होती...बच्चा पैदा होते ही माँ ,माताजी, मदर, वालिद, पिता , आई.. नहीं कहता सिवाय ..म.मम ..प...ब.. के ... भाषा ..बोली आदि बाद में पारिवारिक-संस्कार-शिक्षा से आती हैं ..

Shikha Kaushik ने कहा…

श्याम जी -खून से मतलब संस्कारों से ही है .हमारे बाबा जी हिंदी-उर्दू-अंग्रेजी के जानकार थे ...हमारे आस-पास हिन्दू व् मुस्लिम दोनों धर्म के बाशिंदे रहते हैं .उन सब की भाषा के शब्द स्वयं ही जुबान पर चढ़ जाते हैं .

Darshan jangra ने कहा…

सुंदर रचना ।