रविवार, 21 अगस्त 2011

स्त्री का उद्घोष !


स्त्री का उद्घोष !



[googal se sabhar ]
कोमल नहीं हैं कर मेरे;
न कोमल कलाई है;
दिल नहीं है मोम का
प्रस्तर की कड़ाई है.
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नहीं हैं झील सी ऑंखें;
हैं इनमे खून का दरिया;
मै हूँ मजबूत इरादों की
नहीं मै नाजुक -सी गुडिया.
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[googal se sabhar]
उठेगा वार तेरा जो मुझे
दबाने के लिए;
उसे मै तोड़ डालूंगी 
भले पहने हूँ चूड़िया.
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मुझे जो सोचकर अबला
करोगे बात शोषण की;
मिटा दूंगी तेरी हस्ती
है मुझमे आग शोलों की.
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                                  shikha kaushik 

10 टिप्‍पणियां:

Satish Saxena ने कहा…

गज़ब की अभिव्यक्ति है इस रचना में शिखा जी! शुभकामनायें !!

Shalini kaushik ने कहा…

अगर ये बात आज की नारी समझा सके औरों के मन में बिठा सके तो फिर क्या बात है.शानदार प्रस्तुति.

अशोक कुमार शुक्ला ने कहा…

मै हूँ मजबूत इराद क नहं मै नाजुक -सी गुडया.
Bahut khoob lalkaar hai
badhai

मनोज कुमार ने कहा…

शुभकामनायें !

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

नारी की शक्ति नारी को ही पहचाननी होगी ... अच्छी प्रस्तुति

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

आज कुशल कूटनीतिज्ञ योगेश्वर श्री किसन जी का जन्मदिवस जन्माष्टमी है, किसन जी ने धर्म का साथ देकर कौरवों के कुशासन का अंत किया था। इतिहास गवाह है कि जब-जब कुशासन के प्रजा त्राहि त्राहि करती है तब कोई एक नेतृत्व उभरता है और अत्याचार से मुक्ति दिलाता है। आज इतिहास अपने को फ़िर दोहरा रहा है। एक और किसन (बाबु राव हजारे) भ्रष्ट्राचार के खात्मे के लिए कौरवों के विरुद्ध उठ खड़ा हुआ है। आम आदमी लोकपाल को नहीं जानता पर, भ्रष्ट्राचार शब्द से अच्छी तरह परिचित है, उसे भ्रष्ट्राचार से मुक्ति चाहिए।

आपको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं एवं हार्दिक बधाई।

virendra sharma ने कहा…

मजबूत इरादों की सुदृढ़ दीवार सी जोश पूर्ण रचना ,..........."पुरुष ,गंवार और घोड़ा ,इन्हें जितना मारो थोड़ा ",नारी को अबला कहने (अबला जीवन हाय तुम्हारी यही कहानी ,आँचल में है दूध और आँखों में पानी )के दिन गए (ढोल ,गंवार शूद्र ,पशु -नारी ,सकल ताड़ना के अधिकारी )पढने के दिन गए ,किरण बेदी हैं आज "फौलादी इरादों वाली ,उसूलों वाली औरत ,अन्ना के आन्दोलन की सात्विक आंच सी ,जीवन की उजास सी ,नए प्रभात सी ......मैं इनमे प्रधान मंत्री /गृह -मंत्राणी की छवि देख रहा हूँ .
जय अन्ना ,जय भारत . . रविवार, २१ अगस्त २०११
गाली गुफ्तार में सिद्धस्त तोते .......
http://veerubhai1947.blogspot.com/2011/08/blog-post_7845.html

Saturday, August 20, 2011
प्रधान मंत्री जी कह रहें हैं .....
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
गर्भावस्था और धुम्रपान! (Smoking in pregnancy linked to serious birth defects)

Dr.Sushila Gupta ने कहा…

rogaten khade ho gae padhkar!!!!!!!!!!! fir se josh aur himmat aa gaee, chalo koi to hai
hausala buland karne wala.aapko naman shikhaji aisee prabhavshali rachana ke lie.thanks a lot.

Harpreet ने कहा…

Very well written about a woman , please check my blog and guide me there.Thanks.
http://gargi-munjal.blogspot.com/

virendra ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना , सार्थक सृजन , बधाई