अंतर्जाल बन गया धृतराष्ट्र का दरबार ;
हो रही महिलाओं की अस्मित तार तार ;
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या मानसिक बलात्कार ;
ऐसी कुत्सित अभिव्यक्ति को शत -शत बार धिक्कार !!
शिखा कौशिक
ये एक विडंबना ही है कि आज जहाँ अंतर्जाल को महिलाएं अपने सशक्तिकरण हेतु एक हथियार बनाने की ओर अग्रसर हैं वही कुछ नीच प्रवृति के लोग इसका दुरूपयोग कर ''महिला '' की गरिमा गिराने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं .आम भारतीय नारी की बात तो छोडिये आज देश की प्रमुख महिला नेत्रियों को जिस तरह निशाना बनाया जा रहा है वो अत्यत ही खेद का विषय है .इस तरह के फोटो फेसबुक पर रोज़ अपलोड किये जा रहे हैं
[फेसबुक ]
इस प्रकार की अभिव्यक्ति कितने गंदें दिमागों की उपज है ...क्या बताना शेष है ऐसे फोटो देखकर !महंगाई,भ्रष्टाचार जैसी समस्याओं के नाम पर बहुओं[सोनिया जी ] बेटी -बहनों [मायावती जी ]का इस तरह अश्लील चित्रण करना उन्ही दुश्शासिनी दिमागों की उपज है जो एक स्त्री के गर्भ से जन्म लेकर भी उसे मात्र एक देह मानते हैं... जिसका उपभोग किया जा सकता है .......जिसका दरबारों में चीर हरण किया जा सकता है .. ऐसे फोटोस पर आई हुई टिप्पणियां भी कम अशालीन नहीं होती .
यदि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर यही सब करना है तो निश्चित रूप से इस पर प्रतिबन्ध लगना ही चाहिए .ऐसी अभिव्यक्तियों .....ऐसे अंतर्जाल उपयोगकर्ताओं को शत शत बार धिक्कार है
इन लिंक्स को भी देखें कैसे हमारे महान नेताओं को ज़लील करने का माध्यम बन गया है यू ट्यूब -
Political Terrorist - Indira Gandhi khan
( Memuna Begum)
''Indira Gandhi was a biggest political terrorist. She imposed Emergency on citizens of India when she was found guilty of election fraud. She also attacked Golden Temple in Bluestar Operation in pretext of Bhindranwale who was her own creation. She killed thousands of Sikhs in the name of killing Bhindranwala. She was the reason behind separatist khalistani movement .''by IndiraFromHell on Aug 9, 2010
Dr. Subramanian Swamy who has been a Prof. in IIT Delhi, Harvard & a successful parliamentarian can not be ignored. The country must investigate abt these allegations, Do these (Pseudo) gandhies deserve the treatment Indians give them. I certainly have my doubts. Why can't there be somebody other then gandhies a congress leader. How long this sycophancy prevail. by aslistuff on Nov 24, 2010
2 टिप्पणियां:
aisee kutsit mansikta valon ne vastav me internet ke durupyog ka karya kiya hai.aur is karan aaj aavshyakta hai ki in facebook jaisee site par pratibandh lag jana hi chahiye.बढ़ चलो ए जिंदगी sath hi ye bhi dekhen-धारा ४९८-क भा. द. विधान 'एक विश्लेषण '
vicharniy prastuti.
----यह सब बहुत गलत है....कार्तून-अभ्व्यक्ति शालीन तरीके से भी की जासकती है...उसी को तो कला या साहित्य कहते हैं.....परन्तु हुसैन जैसे अस्थिर मानस के लोगों को जब लोग महान-चित्रकार कह कर प्रश्रय देते हैं तो फ़िर हम यही फ़सल प्राप्त करेंगे....
---- नेतओं ने समाज व मानवता की वह हालत करदी है कि अच्छे खासे लोग भी हिल जाते हैं और इस प्रकार की अभिव्यक्ति प्रारम्भ होजाती है...
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