मैसूर।। क्लास 7 में पढ़ने वाली बेटी एग्जाम में अच्छे नंबर नहीं लाई तो नाराज पिता ने उसे अजीबोगरीब सजा दे डाली। मैसूर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ने वाली 12 वर्षीय बेटी को उसके पिता ने स्कूल यूनिफॉर्म में मंदिर के सामने भीख मांगने को कहा। घटना सोमवार रात की है।
वह मंदिर के सामने बैठी हुई थी और उसकी आंखों में आंसू थे। इस दरम्यान एनजीओ वर्कर एमपी वर्षा का ध्यान उसकी तरफ गया। वह बच्ची को पुलिस स्टेशन ले गईं, जहां उसने सारी कहानी बताई। उसके बाद पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ जूवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। मंगलवार को उसे जमानत मिल गई। घटना से गुस्साए पड़ोसियों ने उसकी कार क्षतिग्रस्त कर दी। पिता ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी को जीवन की कठिनाइयों से रू - ब - रू कराना चाहता था। बच्ची अब चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ( सीडब्ल्यूसी ) के पास है।
वह मंदिर के सामने बैठी हुई थी और उसकी आंखों में आंसू थे। इस दरम्यान एनजीओ वर्कर एमपी वर्षा का ध्यान उसकी तरफ गया। वह बच्ची को पुलिस स्टेशन ले गईं, जहां उसने सारी कहानी बताई। उसके बाद पिता को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ जूवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। मंगलवार को उसे जमानत मिल गई। घटना से गुस्साए पड़ोसियों ने उसकी कार क्षतिग्रस्त कर दी। पिता ने पुलिस को बताया कि वह अपनी बेटी को जीवन की कठिनाइयों से रू - ब - रू कराना चाहता था। बच्ची अब चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ( सीडब्ल्यूसी ) के पास है।
6 टिप्पणियां:
चलो अब तो संवर ही जायेगा भविष्य ।
बाप को भी अपने किये की सजा मिल ही गई ।
बच्चू की अक्ल ठिकाने लग गई होगी ।
यह बात दीगर है की कहीं बच्चे को राह दिखाए का इरादा ही न छोड़ दे वो ।
आखिर सुधारने के और भी तरीके हैं ।
अच्छा है NGO है ना ।
फिर म से बेहतर कौन समझेगा बेटी को ।
भगवान् हिम्मत दे ।।
pita ka udeshay galat nahi tha par tareeka filmi tha .sarthak post .aabhar
. ये है मिशन लन्दन ओलम्पिक
ये है मिशन लन्दन ओलम्पिक
ऐसे पिता को ऐसी ही कड़ी सजा मिलनी चाहिए...जिससे कि भविष्य में कोई माँ-बाप अपने बच्चों के साथ ऐसा क्रूर व्यवहार न करें.
pita banne ke layak har vyakti nahi hota aur ye mahoday bhi shayad unhi me se ke hain.sarthak prastuti .aabhar.
sabka shukriys.
Please see :
http://charchashalimanch.blogspot.in/2012/03/blog-post.html
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