भारत की बहादुर बेटियों में परवीन का नाम भी दर्ज हो गया। उसके शौहर ज़िया उल हक़ को माफ़ियाओं ने क़त्ल कर दिया। परवीन ने बिना डरे राजा भैया का नाम लिया और उस पर केस दर्ज हो गया। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी को मिलने के लिए मजबूर किया और अपनी मांगें मनवाईं।
दुख के आलम में भी इंसाफ़ के लिए ज़ालिमों के खि़लाफ़ लड़ना बहुत बहादुरी का काम है। मालिक उसके हौसले और उसकी उम्र में बरकत दे और उसके शौहर को जन्नत उल फ़िरदौस में जगह दे।
आमीन !
3 टिप्पणियां:
.एक एक बात सही कही है आपने DR.PARVEEN KEE BAHADURI KO SALAM ..आभार सौतेली माँ की ही बुराई :सौतेले बाप का जिक्र नहीं आज की मांग यही मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ .
आमीन
ऐसे बहादुर नारी को सत् सत् नमन...... जो अपने आगे दुनिया को भी अपने कदमों में झुकाने का हौसला रखती हो। 'आमीन'
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