कृष्ण जन्म अष्टमी पर शुभकामनाएं |
जसोदा तेरा लल्ला कितना सलोना है ,
पालने में झूलता चंदा सा खिलौना .
कान्हा को बाँहों का झूला झुलाएंगे ,
मीठी मीठी लोरी सुनाकर सुलायेंगें ,
ममता की बरखा से उसको भिगोना है .
जसोदा तेरा लल्ला ....
ले गोद कान्हा को गोकुल घुमाएंगे ,
गैय्या दिखाएंगें उपवन घुमायेंगें ,
मखमल सा कोमल ये गोकुल का छौना है .
जसोदा तेरा लल्ला .....
कहते हैं सब ये जग का खिवैय्या है ,
हमारे लिए तो बस ये कन्हैय्या है ,
ये ही हमारा रत्न-धन-सोना है .
जसोदा तेरा लल्ला ....
शिखा कौशिक
[भक्ति अर्णव ]
*राधे तूने मुरली क्यों है चुराई ?
4 टिप्पणियां:
प्रस्तुत कवितायें उत्तम हैं।
सुन्दर ...जय कन्हैया की...
aapko bhi shri krishn janmashtmi kee vaisee hi sundar sumadhur shubhkamnayen jaisee aapne ham sabhi ko dee hain.
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