मुहब्बत में घायल वो भी है और मैं भी हूँ,
वस्ल के लिए पागल वो भी है और मैं भी हूँ,
तोड़ तो सकते हैं सारी बंदिशें ज़माने की,
लेकिन घर की इज़्ज़त वो भी है और मैं भी हूँ,
{वस्ल = मिलन}
"ब्लॉगर्स मीट वीकली
(24) Happy New Year 2012" में आयें .
आपको यहाँ कुछ नया और हट कर मिलेगा .
2 टिप्पणियां:
great post with great message .thanks
सजीव अभिव्यक्ति सुन्दर मनोहर .नव वर्ष मुबारक .
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