गणतंत्र दिवस का शुभ अवसर ; प्रफुल्लित भारत जन-गण-मन !
गर्वित , हर्षित , आह्लादित है ; भारत भूमि का कण-कण !
..........................................................................
पूर्ण-प्रभुता हमने पाकर इस दिन थी हुंकार भरी ,
राजतन्त्र के महल ध्वस्त कर लोकतंत्र की नींव धरी ,
सकल विश्व ने माना लोहा हम हैं बल-बुद्धि-संपन्न !
गर्वित , हर्षित , आह्लादित है ; भारत भूमि का कण-कण !
..........................................................................
हर भारतवासी ने पाये इस दिन मौलिक छह अधिकार ,
भेदभाव का हुआ अंत न धर्म-लिंग होगें आधार ,
अधिकारों के साथ करें सब निज कर्तव्यों का पालन !
गर्वित , हर्षित , आह्लादित है ; भारत भूमि का कण-कण !
..........................................................................
मिटे गरीबी और अमीरी बीच खुदी गहरी खाई ,
पूँजीवाद को किया किनारे बने समाजवादी भाई ,
भूखा न सो पाये कोई मिले सभी जन को भोजन !
गर्वित , हर्षित , आह्लादित है ; भारत भूमि का कण-कण !
शिखा कौशिक 'नूतन'
5 टिप्पणियां:
अत्यंत सुंदर अभिव्यक्ति....गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
.गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (27-01-2014) को "गणतन्त्र दिवस विशेष" (चर्चा मंच-1504) पर भी होगी!
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
६५वें गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सुन्दर अभिव्यक्ति ...शुभ गणतंत्र दिवस
भावपूर्ण अभिव्यक्ति ... गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें ...
एक टिप्पणी भेजें