ब्लोगिंग का महिला सशक्तिकरण में योगदान [भाग एक ]
आज ब्लोगिंग महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है .ब्लोगिंग ने अनेक महिलाओं को यह मौका दिया है कि वे अपने विचारों -भावनाओं से समाज को परिचित करा सकें .वे उन मुद्दों पर लिख सकें जिन पर परिवार के पुरुष -''तुम क्या जानों इस बारे में ?'' कहकर उनकी मेधा -प्रज्ञा को अपमानित करते हैं .आज हमारी महिला ब्लोगर घर के भीतर के मुद्दों से लेकर विश्व में घट रही राजनैतिक घटनाओं ,सामाजिक
सांस्कृतिक घटनाओं पर बेबाक लिख रही हैं .हमारी महिला ब्लोगर्स में कोई असिस्टेंट प्रोफ़ेसर हैं-
[NISHA MAHARANA
- लिंग: स्त्री
- खगोलीय राशि: मीन
- उद्योग: शिक्षा
- व्यवसाय: Professor
- स्थान: Mandsaur : Madhya Pradesh : भारत
मेरे बारे में
I work as an asst. proffesor in SSM B.Ed College. writing is my hobby.originally i belong to naugachia,bhagalpur.बिहार]
तो कोई सृजनात्मकता को अपना परिचय बताती हुई लिखने को अपनी
रुचि का नाम देती हैं -
shashi purwar
- लिंग: स्त्री
- खगोलीय राशि: मिथुन
- व्यवसाय: creativity is my identity.
- स्थान: indore , hometown, live in M.H. : maharastra : भारत
मेरे बारे में
birth place ..indore (m.p) I am a very strong person . laughing is my quality .always face any situation with smile.... it gives me strength .always like writing . ....!cool in nature.. always indulge in doing something creative . life is very creative . so i am always positive about life . शशि का अर्थ है चाँद , तो चाँद की तरह शीतलता प्रदान करने का नाम है जिंदगी . लिखना मेरी होबी है , कई पत्र पत्रिकाओ में कविता एवं लेख प्रकाशित हो चुके हैं .... लिखने की प्रेरणा मुझे मेरी माँ से मिली है .वही मेरी गुरु है .]
पर एक बात साफ है कि हमारी महिला ब्लोगर्स द्वारा प्रस्तुत पोस्ट्स में निर्भीक रूप से सच्चाई को उजागर किया जाता है .
इस सम्बन्ध में ''अजित गुप्ता जी '' का नाम विशेष रूप में लिया जा सकता है .उनकी दस माह पूर्व की इस पोस्ट का शीर्षक ही इनकी निर्भीकता को प्रदर्शित करता है -''ममता बैनर्जी आप रेल मंत्री भी हैं! क्या
डॉक्टर मोनिका शर्मा जी द्वारा प्रस्तुत हर पोस्ट में एक सटीक -तर्कपूर्ण नजरिये से सामयिक मुद्दे को उठाया जाता है .इस पोस्ट को पढ़कर तो देखिये आप की राय मुझसे भिन्न नहीं होगी -
''
भ्रष्टाचार की तो हमारी महिला ब्लोगर्स ने अपनी कलम से इतनी कठोर
आलोचना की है कि भ्रष्टाचार को स्वयं लज्जित होकर भाग जाना चाहिए
इस सम्बन्ध में कुछ पोस्ट इस प्रकार प्रस्तुत की गयी -
कहाँ रहे कैसे दिन बीते इसकी सुरती नहीं उनको भीग रहे उस फुहार में
आकंठ लिप्त भ्रष्टाचार में | जब से बैठे कुर्सी पर उससे ही चिपक कर
रह गए धन दौलत में ऐसे डूबे सारे आदर्श धरे रह गए | वे भूल गए ...
भ्रष्टाचार! तेरे रूप हजार सदियों से फलता-फूलता कारोबार देख
तेरा
राजसी ठाट-बाट कौन करेगा तेरा बहिष्कार ! बस
नमस्कार, नमस्कार ! रुखी-सूखी खाने वालों को मिला बनकर
अचार इतना लजीज बन तू थाली में सजा कौन क...
*भ्रष्टाचार
तेरा
राजसी ठाट-बाट कौन करेगा तेरा बहिष्कार ! बस
नमस्कार, नमस्कार ! रुखी-सूखी खाने वालों को मिला बनकर
अचार इतना लजीज बन तू थाली में सजा कौन क...
*भ्रष्टाचार
Roshi द्वारा Roshi -1 महीने पहले पर पोस्ट किया गया
भ्रष्टाचार नाम का ज़हर तो है अंग अंग में समाया
कब और कैसे यह भीतर समाया, कोई भी न समझ
पाया जब हुआ नव शिशु का बीज कोख में पल्लवित
साथ ही यह आया शिशु लड़का है या लड़की फ़ौरन ही घर में यह
मसला गरमाया भ्रष्ट...
कब और कैसे यह भीतर समाया, कोई भी न समझ
पाया जब हुआ नव शिशु का बीज कोख में पल्लवित
साथ ही यह आया शिशु लड़का है या लड़की फ़ौरन ही घर में यह
मसला गरमाया भ्रष्ट...
‘भ्रष्टाचार’ की पल-पल खुलती पोल ने न केवल बड़ी-बड़ी
सियासी ताकतों को बेनकाब किया अपितु लोकतंत्र की जड़ों
को भी हिलाया दिया। वास्तविकता सामने आना और इस
अशुद्ध
चरित्र के विरूद्ध कोई कार्रवाई होना, दोनों अलग...
भ्रष्टाचार का सफाया करने हेतु श्री अन्ना जी ने जो जन जागरण
अभियान चलाया उसका हमारी महिला ब्लोगर्स ने पूर्ण
समर्थन करते हुए अन्ना को दुसरे गाँधी की उपाधि से
विभूषित भी किया -
*आया वापस गांधी है ... !!!!
सियासी ताकतों को बेनकाब किया अपितु लोकतंत्र की जड़ों
को भी हिलाया दिया। वास्तविकता सामने आना और इस
अशुद्ध
चरित्र के विरूद्ध कोई कार्रवाई होना, दोनों अलग...
भ्रष्टाचार का सफाया करने हेतु श्री अन्ना जी ने जो जन जागरण
अभियान चलाया उसका हमारी महिला ब्लोगर्स ने पूर्ण
समर्थन करते हुए अन्ना को दुसरे गाँधी की उपाधि से
विभूषित भी किया -
*आया वापस गांधी है ... !!!!
अन्ना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारें साथ हैं .. !!! वंदे
मातरम् .. !!!! इन शब्दों की बुलन्दी से मचा गगन में
शोर है ... ! सारा भारत अनेकता से एकता के सूत्र में बंध
गया है ... !! सत्य का य...
* मैं भी अन्ना तू भी अन्ना
मैं भी अन्ना तू भी अन्ना सोये हुए जन-जन में अन्ना फूंक
चेतना की चिंगारी,आत्मशक्ति के बल पर तुमने
भारत की तस्वीर संवारी ! रोटी से न जीता मानव स्रोत
ऊर्जा का है भीतर, दिखा दिया संसार को सारेइतने
दिनों तक ज...
*श्री अन्ना हजारे
मातरम् .. !!!! इन शब्दों की बुलन्दी से मचा गगन में
शोर है ... ! सारा भारत अनेकता से एकता के सूत्र में बंध
गया है ... !! सत्य का य...
* मैं भी अन्ना तू भी अन्ना
मैं भी अन्ना तू भी अन्ना सोये हुए जन-जन में अन्ना फूंक
चेतना की चिंगारी,आत्मशक्ति के बल पर तुमने
भारत की तस्वीर संवारी ! रोटी से न जीता मानव स्रोत
ऊर्जा का है भीतर, दिखा दिया संसार को सारेइतने
दिनों तक ज...
*श्री अन्ना हजारे
अपने हृदय की बात उसने , इस तरह सब से कही |
सैलाब उमढ़ा हर तरफ से , मंच की प्रभुता रही |
ऊंचाई कोइ छू न पाया , आचरण ऐसा किया |
सम्मोहनात्मक भावनाओं से , भरम डिगने ना दिया |
अपनी बातों पर अडिग रहा , .
न केवल भ्रष्टाचार बल्कि समस्याओं की जड़ -गरीबी -
आतंकवाद जैसे मुद्दों को भी महिला ब्लोगर्स ने
महत्वपूर्ण रूप से उठाया -
*[गरीबी ----- एक आकलन
सैलाब उमढ़ा हर तरफ से , मंच की प्रभुता रही |
ऊंचाई कोइ छू न पाया , आचरण ऐसा किया |
सम्मोहनात्मक भावनाओं से , भरम डिगने ना दिया |
अपनी बातों पर अडिग रहा , .
अन्ना हजारे जी का आन्दोलन देश के हर घर का
आन्दोलन बन गया है जिससे पता चलता हैकी सच में
लोग भ्रष्टाचार से किस कदर त्रस्त है. इस देश की
आबो हवा में बेईमानी इस तरह रच बस गयी है और
बेईमानी करने के लिए लोग दिम...
आन्दोलन बन गया है जिससे पता चलता हैकी सच में
लोग भ्रष्टाचार से किस कदर त्रस्त है. इस देश की
आबो हवा में बेईमानी इस तरह रच बस गयी है और
बेईमानी करने के लिए लोग दिम...
न केवल भ्रष्टाचार बल्कि समस्याओं की जड़ -गरीबी -
आतंकवाद जैसे मुद्दों को भी महिला ब्लोगर्स ने
महत्वपूर्ण रूप से उठाया -
*[गरीबी ----- एक आकलन
Sadhana Vaid द्वारा Sudhinama ]
* [ आतंकवाद की समस्या
ये सब पोस्ट प्रमाण है आज की महिलाओं में समाज -राष्ट्र-विश्व में घट रही घटनाओं के प्रति बढती जागरूकता की .निश्चित रूप से ब्लोगिंग ने महिला-सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक व् सकारात्मक कदम बढ़ाने हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित किया है .
शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ]
* [ आतंकवाद की समस्या
Roshi द्वारा Roshi ]
ये सब पोस्ट प्रमाण है आज की महिलाओं में समाज -राष्ट्र-विश्व में घट रही घटनाओं के प्रति बढती जागरूकता की .निश्चित रूप से ब्लोगिंग ने महिला-सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक व् सकारात्मक कदम बढ़ाने हेतु महिलाओं को प्रोत्साहित किया है .
शिखा कौशिक
[विचारों का चबूतरा ]
2 टिप्पणियां:
माफ़ी चाहूँगा , ब्लॉग का डार्क बेकग्राउंड कलर और लाइट टेक्स्ट कलर की वजह से
पड़ने में दिक्कत होती है और फ्लश प्लेयर के कारण बहुत टाइम बाद लगता है
साईट ओपन होने में.
सही कहा भाई साहब अपने
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