गंवार लड़की ? -लघु कथा
कॉलेज कैंटीन में बैठे रिकी और रॉकी अपनी ओर आती हुई सुन्दर लड़की को देखकर फूले नहीं समां रहे थे .लड़की ने उनके पास आकर पूछा -''भैया ! अभी अभी कुछ देर पहले मैं यही बैठी थी ....मेरी रिंग खो गयी है ...आपको तो नहीं मिली ?''रॉकी और रिकी ने बुरा सा मुंह बनाकर मना कर दिया .उसके जाते ही रिकी रॉकी से बोला -''हाउ विलेजर इज शी ?[यह कितनी गंवार है ?]हमें भैया बोल रही थी !'' रिकी व् रॉकी कॉलेज में मस्ती कर अपने अपने घर लौट गए .घर पर रिकी ने अपनी छोटी बहन सिमरन को उदास देखा तो बोला -''व्हाट डिड हैपेन सिस ?……. तुम इतना सैड क्यों हो ?' सिमरन झुंझलाते हुए बोली -''भैया आज कॉलेज में मेरी क्लास के एक लड़के की नोटबुक क्लास में छूट गयी ....मैंने देखी तो दौड़कर उसे पकड़ाने गयी ...पर वो तो खुश होने की जगह गुस्सा हो गया क्योंकि मैंने उसे ''भैया ''कहकर आवाज दी थी .बोला ''भैया किसे बोल रही हो ?हाउ विलेजर आर यू ?'मुझे बहुत गुस्सा आया उस पर .''रिकी अपनी मुट्ठी भीचता हुआ बोला -''कमीना कहीं का ... मेरी बहन पर लाइन मार रहा था ....सिमरन उस कमीने से अब कभी बात मत करना !!!
शिखा कौशिक
[मेरी कहानियां ]
7 टिप्पणियां:
nice short story.thanks
अब क्या कहें - सबसे बड़ी समस्या यही है !
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस' प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (13-06-2014) को "थोड़ी तो रौनक़ आए" (चर्चा मंच-1642) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
अच्छी लघुकथा ।
बहुत अच्छे पसंद आया जीवन वृतांत |
यहीं हाल हैं
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