बुधवार, 8 अगस्त 2012

कृष्ण जन्म अष्टमी पर शुभकामनाएं |


कृष्ण जन्म अष्टमी पर शुभकामनाएं | 

जसोदा तेरा लल्ला कितना सलोना है ,
पालने में झूलता चंदा सा खिलौना .
कान्हा को बाँहों का झूला झुलाएंगे ,
मीठी मीठी लोरी सुनाकर सुलायेंगें ,
ममता की बरखा से उसको भिगोना है .
जसोदा तेरा लल्ला ....
ले गोद  कान्हा को गोकुल घुमाएंगे ,
गैय्या दिखाएंगें उपवन घुमायेंगें ,
मखमल सा कोमल ये गोकुल का छौना है .
जसोदा तेरा लल्ला .....

कहते हैं सब ये जग का खिवैय्या है ,
हमारे लिए तो बस ये कन्हैय्या है ,
ये ही हमारा रत्न-धन-सोना है .
जसोदा तेरा लल्ला ....
                         शिखा कौशिक 
                    [भक्ति अर्णव ] *राधे तूने  मुरली  क्यों  है  चुराई ?

4 टिप्‍पणियां:

vijai Rajbali Mathur ने कहा…
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vijai Rajbali Mathur ने कहा…

प्रस्तुत कवितायें उत्तम हैं।

डा श्याम गुप्त ने कहा…

सुन्दर ...जय कन्हैया की...

Shalini kaushik ने कहा…

aapko bhi shri krishn janmashtmi kee vaisee hi sundar sumadhur shubhkamnayen jaisee aapne ham sabhi ko dee hain.