रियलटी शो जो कहूगां
सच कहूगां चल रहा हैं ।भव्य सजे हुए मंच पर एकर प्रतियोगी आमने-सामने बैठ हुए हैं
।हजारों लोग दर्शक दीर्या में करोडों लोग टीवी के माध्यम से इस शो को देख रहें हैं
। क्योंकि सवाल आखरी हैं , वो भी एक करोड
का एंकर एक बार फिर सवाल दोहोराता हैं तो बताईए प्रतिभा जी ,क्या आपका बेटा अमन
आपके पति से हैं,या प्रेमी से ?
एक भयानक खामोंशी
मंच पर छाई हुई हैं । प्रतिभा इस सवाल का जवाब दे तो कैसे दे । वो एक माँ हैं ।
सवाल एक करोड का नहीं उसके बेटे अमन के असित्व का हैं ।
प्रतिभा आत्म मथंन
में लगी हुई हैं । समुद्र मथंन से तो अमृत और विष दोनों निकले थे । लेकिन प्रतिभा
के लिए इस आत्म मथंन से विष ही विष निकल रहा हैं । एंकर एक बार फिर गरजता हैं ।
प्रतिभा जी आपको इस शो के मांध्यम से करोडो लोग देख रहें हैं । सभी लोग सच जानना
चहाते हैं । सच हमेशा कड़वा होता हैं । और इस कड़वें सच का सामना हर किसी को कभी न
कभी करना ही पडता हैं । तो बताईए प्रतिभा जी क्या हैं ? अमन का सच ।
अब न ये सवाल एक
करोड का था, न सच झूट का, सवाल था अपने बेटे अमन के असित्व का जिसे वह दाव पर लगा
चुकी थी। अब वह हाँ या न क्या कहती हैं, इससे कोई फर्क नहीं पडता ।
तरूण कुमार (सावन)
8 टिप्पणियां:
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार को (26-11-2013) "ब्लॉगरों के लिए उपयोगी" ---१४४२ खुद का कुछ भी नहीं में "मयंक का कोना" पर भी होगी!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बेटा लगता दाँव पर, युद्ध-क्षेत्र में भीड़ |
अब नकार हुंकार या, तिनके तिनके नीड़ |
तिनके तिनके नीड़, चीर दे कई कलेजे |
यह तो टुकड़ा एक, करोड़ों कहाँ सहेजे |
बिखर गए अरमान, कौन था उस दिन लेटा |
जब बिछ गई विसात, कौन फिर किसका बेटा ||
Superb
मन को झकझोरकर रख देने वाली पोस्ट .आभार
आज के माहौल में पैसा ही सब कुछ है कुछ ही शब्दों में बहुत कुछ कहने का प्रयास ...... बधाई
कहानी के साथ चित्र पर जो शायरी की गई हैं
वह भी कमाल हैं ..... बधाई
आप सभी का ...... आभार
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