शुक्रवार, 30 अगस्त 2013

कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!

कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!


नारी  मुझको  रोना  आता  तेरी इस लाचारी पर ,
कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!


कोख में कन्या-भ्रूण है सुनकर मिलता आदेश मिटाने का ,
विद्रोह नहीं क्यूँ तू करती ?क्यूँ ममता तेरी जाती मर !!
कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!


दुल्हन बनकर जो आती है वो भी तो तेरी बेटी सम  ,
जब आग में झोंकी जाती है क्यूँ नहीं रोकती तू बढ़कर !!
कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!


बेटा-बेटी में भेद बड़ा तू भी तो करने लगती है ,
बेटी को डांट पिलाकर के बेटा लेती बाँहों में भर !!
कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!


कर सकती है तो इतना कर ये सोच बदल दकियानूसी ,
दोनों फूलों से है उपवन बेटा-बेटी दोनों सुन्दर !
कौन करेगा गर्व भला भारत की ऐसी नारी पर !!

  शिखा कौशिक 'नूतन '




7 टिप्‍पणियां:

रेखा श्रीवास्तव ने कहा…

bahut sundar , sanskaron kee neenv sabse pahale maan hi daalati hai phir kaise vah beti ko alag aur bete ko alag alag sanskar deti hai aur khud hi dohare manak apana leti hai . apana aahvaan prashansaneey hai.

डा श्याम गुप्त ने कहा…

बेटा-बेटी दोनों सुन्दर !
सुन्दर सुन्दर अति सुन्दर |
पति/बेटा करे अत्याचार नारी पर
कौन करेगा गर्व ऐसी नारी पर

रविकर ने कहा…


माफ़ी माता से मिले, पर माता का कृत्य |
माफ़ी के लायक नहीं, करती नंगा नृत्य |

करती नंगा नृत्य, भ्रूण में खुद को मारे |
दे दुष्टों का साथ, हमेशा बिना विचारे |

नरक वास हित मान, पाप तेरा यह काफी |
खोती खुद सम्मान, कौन देगा अब माफ़ी ??

Kartikey Raj ने कहा…

बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, आपकी ये पोस्ट मैंने अपने ब्लॉग पर पोस्ट किया है कृपया आप मेरे ब्लॉग पर पधारे ..........

Shikha Kaushik ने कहा…

thanks everyone

Shikha Kaushik ने कहा…

thanks darshan ji

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

sundar... behtaren..