मंगलवार, 21 मई 2019

ये कैसा विवेक!!!

अपने नाम के विपरीत अभिनेता जी  नारी के प्रति आपकी अभद्र सोच उजागर हो चुकी है. ऐतराज किये जाने पर ट्वीट डिलीट करने से आप पाक साफ नहीं हो जाते. नारी सशक्तिकरण पर जोर शोर से भाषण देने वालों की अमूमन ये ही स्थिति है. होंठों पर कमल और दिल में कीचड़




. -डॉ शिखा कौशिक नूतन