अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ.
भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिता - 6 में हमें अनेक प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं. सभी की नारी को लेकर भावनाओं व विचारों को सलाम. सभी को प्रदान की जा रही है साहित्यिक पुस्तकें पुरस्कार स्वरूप.
1 - आदर्श व्यक्तित्व वह होता है जो हमारे जीवन पर न केवल प्रभाव छोड़ता है वरन् हमारे जीवन को एक दिशा भी प्रदान करता है. मेरी आदर्श है भारतीय सेनाओं में शामिल होकर देश की रक्षा करने वाली वीरांगनायें. वे मुझे प्रेरणा प्रदान करती हैं. मुझे उन पर गर्व है - सुश्री सोनाक्षी गौड़, देहरादून.
2-हमारा भारतीय समाज पुरूष प्रधान समाज है. इसमें जब भी कोई स्त्री चौखट लांघकर बाहर निकलती है तब उसे परिवार के साथ समाज के विरोध का भी सामना करना पड़ता है. मेरी मौसी जी ने शादी के तीन साल बाद अपने अत्याचारी पति से तलाक लिया और अपने बल पर अपनी दो वर्षीय बेटी को उच्च शिक्षा दिलवाई. आज उनकी बेटी राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता पद पर कार्यरत है और अपनी सफलता का श्रेय मौसी जी को देती है. वास्तव में मौसी जी उसकी ही नहीं, हम सभी की आदर्श नारी हैं. - डॉ सरोजिनी खन्ना, कुरूक्षेत्र, हरियाणा.
3-मां से बढ़कर हमारी लाइफ में कोई आदर्श नहीं होता है. मां असीम कष्टों को झेलकर हमें जन्म देती है, अपना सब सुख चैन हम पर न्यौछावर कर देती है. हम पर संकट आया हुआ देखकर वो भी अपने पर ले लेती है. मुझे भी मेरी मां से बढ़कर कोई और नारी आदर्श नहीं दिखाई देती है. मां ने बचपन से ही हमें सिखाया कि कभी किसी का दिल मत दुखाओ, किसी का मजाक मत उड़ाओ. वास्तव में मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूँ कि उन्होंने मुझे इतनी अच्छी मां की कोख से मुझे जन्म दिलवाया. - डॉ राजेंद्र कुमार, ऋषिकोंडा, विशाखापत्तनम.
4-भारत की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी मेरी दृष्टि में सबसे आदर्श नारी हैं. बचपन में वानर सेना बनाकर देश की आजादी के आंदोलन में शामिल हुई इंदिरा गांधी ने कहा था कि - मेरे खून का एक एक कतरा देश के काम आयेगा और वास्तव में यह साबित भी हुआ. मैं उन्हें सादर नमन करती हूँ - सुश्री पूजा सिंघल, कल्याण नगर, मेरठ.
सभी प्रतिभागियों को भारतीय नारी ब्लॉग परिवार की ओर से हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ.
भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिता - 6 में हमें अनेक प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं. सभी की नारी को लेकर भावनाओं व विचारों को सलाम. सभी को प्रदान की जा रही है साहित्यिक पुस्तकें पुरस्कार स्वरूप.
1 - आदर्श व्यक्तित्व वह होता है जो हमारे जीवन पर न केवल प्रभाव छोड़ता है वरन् हमारे जीवन को एक दिशा भी प्रदान करता है. मेरी आदर्श है भारतीय सेनाओं में शामिल होकर देश की रक्षा करने वाली वीरांगनायें. वे मुझे प्रेरणा प्रदान करती हैं. मुझे उन पर गर्व है - सुश्री सोनाक्षी गौड़, देहरादून.
2-हमारा भारतीय समाज पुरूष प्रधान समाज है. इसमें जब भी कोई स्त्री चौखट लांघकर बाहर निकलती है तब उसे परिवार के साथ समाज के विरोध का भी सामना करना पड़ता है. मेरी मौसी जी ने शादी के तीन साल बाद अपने अत्याचारी पति से तलाक लिया और अपने बल पर अपनी दो वर्षीय बेटी को उच्च शिक्षा दिलवाई. आज उनकी बेटी राजकीय इंटर कॉलेज में प्रवक्ता पद पर कार्यरत है और अपनी सफलता का श्रेय मौसी जी को देती है. वास्तव में मौसी जी उसकी ही नहीं, हम सभी की आदर्श नारी हैं. - डॉ सरोजिनी खन्ना, कुरूक्षेत्र, हरियाणा.
3-मां से बढ़कर हमारी लाइफ में कोई आदर्श नहीं होता है. मां असीम कष्टों को झेलकर हमें जन्म देती है, अपना सब सुख चैन हम पर न्यौछावर कर देती है. हम पर संकट आया हुआ देखकर वो भी अपने पर ले लेती है. मुझे भी मेरी मां से बढ़कर कोई और नारी आदर्श नहीं दिखाई देती है. मां ने बचपन से ही हमें सिखाया कि कभी किसी का दिल मत दुखाओ, किसी का मजाक मत उड़ाओ. वास्तव में मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूँ कि उन्होंने मुझे इतनी अच्छी मां की कोख से मुझे जन्म दिलवाया. - डॉ राजेंद्र कुमार, ऋषिकोंडा, विशाखापत्तनम.
4-भारत की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी जी मेरी दृष्टि में सबसे आदर्श नारी हैं. बचपन में वानर सेना बनाकर देश की आजादी के आंदोलन में शामिल हुई इंदिरा गांधी ने कहा था कि - मेरे खून का एक एक कतरा देश के काम आयेगा और वास्तव में यह साबित भी हुआ. मैं उन्हें सादर नमन करती हूँ - सुश्री पूजा सिंघल, कल्याण नगर, मेरठ.
सभी प्रतिभागियों को भारतीय नारी ब्लॉग परिवार की ओर से हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ.