भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिता -5 का परिणाम
''सुश्री शालिनी कौशिक जी व् सुश्री मनीषा गुप्ता जी संयुक्त रूप से विजेता''
भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिता-5 का परिणाम घोषित करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है |प्रतियोगिता हेतु दो ही प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं |दोनों ही प्रतिभागियों ने बहुत सुन्दर क्षणिकाएं प्रेषित की है | दोनों ही प्रतिभागियों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाता है | दोनों प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है -
१- सुश्री शालिनी कौशिक [एडवोकेट]
२- सुश्री मनीषा गुप्ता
शालिनी जी व् मनीषा जी आप दोनों को बहुत बहुत बधाई | आशा है भविष्य में भी आप भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिताएं में प्रतिभागिता कर आयोजन को सफल बनाने में हमारा सहयोग करती रहेंगी | आप दोनों के प्रमाण -पत्र व् '' ये तो मोहब्बत नहीं '' काव्य-संग्रह की प्रति शीघ्र ही डाक द्वारा आपके बताये गए पते पर प्रेषित कर दी जाएँगी -
शुभकामनाओं के साथ
डॉ शिखा कौशिक 'नूतन'
[ब्लॉग -व्यवस्थापक ]
निश्चित रूप से दोनों प्रतिभागियों द्वारा प्रेषित क्षणिकाएं नारी जीवन के मर्म को अभिव्यक्ति प्रदान करने वाली हैं. जो इस प्रकार हैं -
*कांधला (शामली) से सुश्री शालिनी कौशिक एडवोकेट द्वारा प्रेषित क्षणिकाएं -
''सुश्री शालिनी कौशिक जी व् सुश्री मनीषा गुप्ता जी संयुक्त रूप से विजेता''
भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिता-5 का परिणाम घोषित करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है |प्रतियोगिता हेतु दो ही प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं |दोनों ही प्रतिभागियों ने बहुत सुन्दर क्षणिकाएं प्रेषित की है | दोनों ही प्रतिभागियों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाता है | दोनों प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है -
१- सुश्री शालिनी कौशिक [एडवोकेट]
२- सुश्री मनीषा गुप्ता
शालिनी जी व् मनीषा जी आप दोनों को बहुत बहुत बधाई | आशा है भविष्य में भी आप भारतीय नारी ब्लॉग प्रतियोगिताएं में प्रतिभागिता कर आयोजन को सफल बनाने में हमारा सहयोग करती रहेंगी | आप दोनों के प्रमाण -पत्र व् '' ये तो मोहब्बत नहीं '' काव्य-संग्रह की प्रति शीघ्र ही डाक द्वारा आपके बताये गए पते पर प्रेषित कर दी जाएँगी -
शुभकामनाओं के साथ
डॉ शिखा कौशिक 'नूतन'
[ब्लॉग -व्यवस्थापक ]
निश्चित रूप से दोनों प्रतिभागियों द्वारा प्रेषित क्षणिकाएं नारी जीवन के मर्म को अभिव्यक्ति प्रदान करने वाली हैं. जो इस प्रकार हैं -
*कांधला (शामली) से सुश्री शालिनी कौशिक एडवोकेट द्वारा प्रेषित क्षणिकाएं -
1-
ममता की बेबसी में,
करती रोटी की चोरी,
रखे खुद की थाली खाली
भरे बेटे की कटोरी.
2-
लाचार पिता दिन भर
करे हाड़-तोड़ मेहनत,
चमका सके न फिर भी
बेटी की दुखी किस्मत.
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
_______________________________________
ममता की बेबसी में,
करती रोटी की चोरी,
रखे खुद की थाली खाली
भरे बेटे की कटोरी.
2-
लाचार पिता दिन भर
करे हाड़-तोड़ मेहनत,
चमका सके न फिर भी
बेटी की दुखी किस्मत.
शालिनी कौशिक
एडवोकेट
_______________________________________
*ऋषिकेश से सुश्री मनीषा गुप्ता द्वारा प्रेषित क्षणिकाएं -
क्षणिका ( 1)
माटी की मूरत हैं हम बेटियाँ
जिस रूप में चाहो ढल जाती हैं
मायके से लेकर ससुराल की लाज
बचाते बचाते एक दिन चिर निंद्रा में
सो जाती हैं .............!
क्षणिका ( 2)
नित्य संवेदना से घिरिअस्तित्व विहीन
अपरिपूर्ण परिलक्षित सी मैं ....
प्यार के सारगर्भित रहस्य को छुपा
निश्चेतन ,निष्प्राण सी शिलाखंड...
न भावनाओं का आरोह न जज़्बातों
का अवरोह जिंदगी की ग़ज़ल में
तार सप्तक के स्वर ......
राग मल्हार गाने की कोशिश पर
मन रूपी वीणा के अव्यवस्थित से तार...
मनीषा गुप्ता
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