stri-vimarsh-shikha kaushik 'nutan' लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
stri-vimarsh-shikha kaushik 'nutan' लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 16 सितंबर 2015

सख्त लहज़े में कहा शौहर ने बीवी से



सख्त लहज़े में कहा शौहर ने बीवी से देखो लियाकत में तुम्हे रहना होगा ,
तुम्हारी हद है मेरे मकान की चौखट अब इसी हद में तुम्हे रहना होगा !


मिला  ऊँचा रुतबा मर्द को औरत से बात दीनी ही नहीं दुनियावी भी ,
मुझको मालिक खुद को समझना बांदी झुककर मेरे आगे तुम्हे रहना होगा !


है मुझे हक मैं करूं शौक पूरे अपने तुम्हे बस फ़र्ज़ ही निभाने हैं ,
ज़ुल्म न कहना  ये ही होता आया  इन्ही पाबंदियों में तुम्हे रहना होगा !


नीची आवाज़ में करनी होगी बातें नज़रें झुकाकर सामने आना ,
शरीक-ए-हयात का दर्ज़ा अगर पाना है कुर्बान खुद को करके तुम्हे रहना होगा !


बेग़म मुझे बेपर्दगी से है नफरत ढककर रखना खुद को ज़माने से ,
बिना मेरे वजूद न  तेरा जान लो 'नूतन' हकीकत में तुम्हे रहना होगा !


शिखा कौशिक 'नूतन'