हम दोनों एक ही साथ मातृत्व सुख प्राप्त करने वाले थे . उल्लास ,उमंग ,भय ,संशय सभी का संचार एक साथ हो रहा था,,, मैं गुड न्यूज सुनते ही कल की चिंता में ....''.क्या " , "कैसे " ......इन प्रश्नों में उलझ गई ..
अन्नायास ही उससे मिलते ही पूछ बैठी
"तेरे हसबैंड क्या बोलते हैं ''....???
वह बोली-- "बाची मा कैर " (बात ही नहीं की )
इतना कहते ही हया, स्नेह और मुस्कान एक साथ उसकी आँखों में तैर गई ..
और ढूँढने लगी उस शख्श को जो शायद 6 महीने बाद आने वाला था सीमा से
और मैं हर साँस पर साथ होते हुए भी चिंतामग्न ...
अन्नायास ही उससे मिलते ही पूछ बैठी
"तेरे हसबैंड क्या बोलते हैं ''....???
वह बोली-- "बाची मा कैर " (बात ही नहीं की )
इतना कहते ही हया, स्नेह और मुस्कान एक साथ उसकी आँखों में तैर गई ..
और ढूँढने लगी उस शख्श को जो शायद 6 महीने बाद आने वाला था सीमा से
और मैं हर साँस पर साथ होते हुए भी चिंतामग्न ...
एक सांझा एहसास दो सखियों का ...व्योम के उस प्यार नन्ने के पिता का होना अनुभूत हुआ ,तदानुभूत हुआ .
जवाब देंहटाएंसोमवार, 3 सितम्बर 2012
स्त्री -पुरुष दोनों के लिए ही ज़रूरी है हाइपरटेंशन को जानना
स्त्री -पुरुष दोनों के लिए ही ज़रूरी है हाइपरटेंशन को जानना
What both women and men need to know about hypertension
-मर्मस्पर्शी ||
जवाब देंहटाएंsarthak prastuti .aabhar
जवाब देंहटाएंsarthak prastuti .
जवाब देंहटाएंsamvednapoorn..
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