पेज

सोमवार, 2 दिसंबर 2013

मान जाओ बेग़म !!!

Muslim Wedding Bride and Groom - stock photo
मान जाओ बेग़म घर छोड़ कर न जाना ,
इसे कौन संभालेगा ?घर छोड़ कर न जाना !
...................................................................
सबसे पहले जागना , आँगन बुहारना ,
घर कौन संवारेगा ? घर छोड़ कर न जाना !
.....................................................
सुबह की पहली चाय ,शेविंग का गरम पानी ,
भला कौन उबालेगा ? घर छोड़ कर न जाना !
..............................................
मुन्नी के रिबन कसकर दो चोटियां बनाना ,
मुन्ना भी पुकारेगा ,घर छोड़ कर न जाना !
..................................................................
अम्मी की कड़वी बातें और अब्बू का अकड़ना ,
गले कौन उतारेगा ? घर छोड़ कर न जाना !
......................................................
आलू मटर की सब्ज़ी ,गाज़र का मीठा हलवा ,
कौन पूरी उतारेगा ? घर छोड़ कर न जाना !
...........................................................
बर्तन से लेकर कपडे ,दिन -रात चौका -चूल्हा ,
कौन खुद यूँ मारेगा ?घर छोड़ कर न जाना !
.........................................................................
'नूतन' सुनो है भोली ; बेबस ,नादान ,बेग़म ,
शौहर मना ही लेगा घर छोड़ कर न जाना !

शिखा कौशिक 'नूतन'

5 टिप्‍पणियां: