अगीत की शिक्षा शाला -कार्यशाला-5
अगीत ....राष्ट्र व राष्ट्र की नवोन्नति के
आओ हम राष्ट्र को जगाएं
आज़ादी का जश्न मनाना
हमारी मज़बूरी नहीं
अपितु कर्त्तव्य है |
आओ हम सब मिलकर ,
विश्व बंधुत्व अपनाएं
स्वराष्ट्र को प्रगति पथ पर
आगे बढायें | -------- डा रंगनाथ मिश्र 'सत्य'
खोल दो
घूंघट के पट,
हटा दो ह्रदय पट से
आवरण,
मिटे तमिस्रा
हो नव विहान | ---सुषमा गुप्ता
बेड़ियाँ तोड़ो
ज्ञान दीप जलाओ
नारी-अब -
तुम्ही राह दिखाओ,
समाज को जोड़ो | -----सुषमा गुप्ता
आओ हम अन्धकार को दूर करें
रात और दिन खुशी खुशी बीते
सारा संसार शान्ति पाए
अपना यह राष्ट्र प्रगतिगामी हो
वैज्ञानिक उन्नति से
इसको भरपूर बनाएं | ---डा रंग नाथ मिश्र 'सत्य'
नवयुग का मिलकर
निर्माण करें,
मानव का मानव से प्रेम हो
जीवन में नव बहार आये|
सारा संसार एक हो,
शान्ति और सुख में
यह राष्ट्र लहलहाए | --डा रंगनाथ मिश्र 'सत्य'
---- अगीत की कार्यशालायें...मेरे ब्लॉग 'अगीतायन (http://ageetayan.blogspot,com) पर प्रकाशित की जायगीं.............
very nice presentation dr.shyam gupt ji .happy independence day .
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति...बधाई...
जवाब देंहटाएंsarthak prayas is vidha ko samarpit .aabhar
जवाब देंहटाएंधन्यवाद शिखा जी, शालिनी जी एवं कंचनलता जी....
जवाब देंहटाएं-- अगीत के बारे में अधिक पढ़ने हेतु मेरे ब्लॉग 'अगीतायन .' पर देखें..