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गुरुवार, 11 अप्रैल 2013

प्रमोशन के लिए नेवी ऑफिसर ने बीवी को किया सीनियरों के साथ सोने पर मजबूर ?


नेवी ऑफिसर की पत्नी ने लगाया यौन शोषण का आरोप
नेवी ऑफिसर की पत्नी ने लगाया यौन शोषण का आरोप
कोच्चि।। पहले ही करप्शन और घोटालों से दागदार भारतीय सेना के दामन पर इस बार गंभीर दाग लगा है। यौन शोषण का दाग। भारतीय नौसेना में तैनात एक लेफ्टिनेंट की पत्नी ने सीनियर ऑफिसरों पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। महिला ने कहा है कि यह सब उसके पति की रजामंदी से से हुआ। महिला की शिकायत के बाद कोच्चि पुलिस ने उसके पति सहित नेवी के 10 ऑफिसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, नौसेना ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

हार्बर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में महिला ने आरोप लगाए हैं कि पिछले 2 महीने से उसके पति ने प्रमोशन और कुछ अन्य फायदों के लिए अपने सीनियर्स के साथ सोने के लिए मजबूर किया। महिला का कहना था कि जब मैंने इन सबका विरोध किया तो मरे पति ने जमकर पिटाई की और घंटों कमरे में बंद रखा।

महिला की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति सहित नौसेना के 10 ऑफिसरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 498 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में आरोपियों ने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लागई है। हाई कोर्ट ने पुलिस से इस मामले की विस्तृत जानकारी देने को कहा है।
  • नौसेना इन आरोपों से इनकार किया है। बयान में कहा गया है कि जिन ऑफिसरों पर आरोप लगाए गए हैं, उन्होंने अपनी-अपनी पत्नियों के साथ मिलकर इस कपल के निजी जीवन के मतभेद सुलझाने की कोशिश की थी, जो नाकाम रही। दुर्भाग्यवश महिला ने मदद करने वालों पर ही आरोप लगा दिए। नौसेना का कहना है कि इस मामले में वह पूरा सहयोग करेगी।
  • Source : http://hbfint.blogspot.in/2013/04/blog-post_11.html

5 टिप्‍पणियां:

  1. SUCH REPORTS ON UNFOUNDED FACTS SHOULD NOT BE PUBLISHED MORE SO WHEN THINGS ARE IN A FLUX .IT IS TOO EASY TO ALLEGE BUT TOO DIFFICULT TO PROVE .NEEDLESS TO SAY SECTION 498 A IS THE MOST ABUSED SECTION OF IPC.

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  2. बिलकुल सच है !सोने की चमक ने रिश्ते- नाती फीके कर दुइए हैं !
    झरीं नीम की पत्तियाँ (दोहा-गीतों पर एक काव्य) (ज)स्वर्ण-कीट)(१) मैली चमक
    ‘तृष्णा सोने की’ बसा, मन व्याकुल बेचैन|
    जगते, सोते, ‘लाभ की, चिन्ता’ है दिन रैन ||

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  4. संवेदनशील प्रस्तुति | पता नहीं क्या होगा जब तक असल तथ्य सामने नहीं आ जाते कोई कुछ नहीं कह सकता के कौन दोषी है और कौन नहीं |

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