जीवन
एक मॉडर्न पेंटिग
जब कभी सोचा
मैंने एकांत में
जीवन मालूम
पड़ा मुझे
किसी मॉडर्न
पेंटिग की तरह
आड़ी-तिरछी लकीरें
एक सुंदर
पहेली के जैसा
जिसे सुलझाने में
शायद
बीत जाये उम्र
और फिर भी
शायद
जो ना सुलझे कभी ∙
भावात्मक अभिव्यक्ति ह्रदय को छू गयी आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें रिश्तों पर कलंक :पुरुष का पलड़ा यहाँ भी भारी .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1
जवाब देंहटाएंसुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति . हार्दिक आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें हम हिंदी चिट्ठाकार हैं
जवाब देंहटाएंBHARTIY NARI
PLEASE VISIT .
कम शब्दों में पूरी जिन्दगी का ताना-बाना ...
जवाब देंहटाएंसुंदर व बढ़िया ...
कम शब्दों में पूरी जिन्दगी का ताना-बाना ...
जवाब देंहटाएंसुंदर व बढ़िया ...
जीवन को मॉडर्न पेंटिंग कहा है, मैं इसमें से पेंटिंग शद्ब को पकड कह रहा हूं वह एक पेंटिंग है और विभिन्न रंगों एवं रेखाओं से पूर्ण होता है।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंkam shbdo me jindagi ki satik vyakhya.
जवाब देंहटाएं