''बिटिया रानी ''
दादा जी कहते हैं मुझको ' राजदुलारी ' ,
दादी कहती - मेरी पोती ' सबसे प्यारी' ,
पापा ' प्रिंसेस' कहते मुझको गोद उठाकर,
मम्मी कहती ' ब्यूटी क्वीन' गले लगाकर,
कहें 'लाडली' चूम के माथा नाना-नानी ,
मामा-मौसी कहते हैं ' परियों की रानी' ,
सारे घर में चहक-चहक चिड़िया बन घूमूं ,
पाकर सबका स्नेह ख़ुशी से मैं हूँ झूमूं .
शिखा कौशिक
[सभी फोटो गूगल से साभार ]
ममतामयी,मनोहारी प्यारी रचना के लिए आपको बहुत बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंप्यारी ममतामयी रचना ..
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचना !
जवाब देंहटाएं: मैंने सिर्फ इशारा किया
सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंतुम उपवन की कोकिल-मैना.
चहको करलो मनमानी।
आपके ब्लॉग पर पहली बार आया. कुछ अलग है यहाँ. अच्छा प्रयास. शुभकामना.
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव मन के ...
जवाब देंहटाएंsundar .mamtamayi snehil rachana.....
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