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बुधवार, 3 अगस्त 2011

हरियाली तीज


हरियाली तीज

हरियाली तीज के शुभअवसर पर आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनायें /
 हरियाली तीज

सावन की बहार छाई है ,चले आइये 
अपने प्रिय के साथ, इस मोसम का लुत्फ उठाइए 
रिमझिम फुहारों में भीग जाइये
इन्द्रधनुष के रंगों में खो जाइये 
प्रकृति ने अद्धभुत छटा बिखराई है 
हमारी धरा को नई दुल्हन सी सजाई है
बादल पहाड़ों पर झूक रहे हैं
पेड-पोधे भी उमंग से झूम रहे हैं
नदियाँ अपने पूरे उफान पर बह रही हैं 
सागर से मिलने को बेकरार हो रही हैं 
मदहोश करता एक अजब खुमार छाया है 
लो सावन का महीना आया है 
रूत सुहानी आई है 
 चारों और हरियाली छाई है 
औरतें सोलह श्रंगार करके धानी चुनरिया पहन के 
ढोलक पर कजरी,सावन के गीत गा रही हैं 
फूलों और पत्तों से झूले खूब सजा कर 
अपने प्रियतम के साथ खूब ऊँचे पेंच लड़ा रही हैं 
ये सब पर कैसी मस्ती छाई हुई है 
देखो सावन की हरियाली तीज आई है    
 

5 टिप्‍पणियां:

  1. हरियाली तीज के शुभअवसर पर
    आप सभी को बहुत बहुत शुभकामनायें .

    http://hbfint.blogspot.com/2011/08/blog-post_03.html

    जवाब देंहटाएं
  2. ये सब पर कैसी मस्ती छाई हुई है
    देखो सावन की हरियाली तीज आई है

    अति सुंदर अभिव्यक्ति है, आपको नमस्कार

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  3. आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद /आप सबको मेरी रचना पसंद आई उसके लिए बहुत आभार./आशा है आगे भी आप सबका आशीर्वाद मेरी रचनाओं को मिलता रहेगा /

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