''भारतीय नारी'' ब्लॉग पर अगस्त माह में नारी विषयक चर्चा के अंतर्गत मुख्य विषय रहेगा ''मेरी बहन ''.आप सभी अपनी प्रस्तुति प्रदान करने की कृपा करें .यदि आप भी योगदानकर्ता के रूप में जुड़ना चाहते हैं तो मुझे मेल द्वारा सूचित करें .मेरा मेल आई .डी है - mailto:शिखकौशिक६६६@होतमैल.कॉम.आप अपनी प्रस्तुति किसी भी साहित्यिक-विधा यथा -कविता ,कहानी ,आलेख ,संस्मरण ,डायरी शैली आदि में कर सकते हैं .
शिखा कौशिक
अगस्त माह में आपने ‘मेरी बहन‘ विषय चुना है, इस पर कुछ ज़रूर लिखूंगा। आपके ब्लॉग तक लोग पहुंचें इसलिए आज इसका लिंक अपने चार साझा ब्लॉग्स पर लगा दिया है।
जवाब देंहटाएंभारतीय नारी को आप सभी तरह से सशक्त होने का मार्ग दिखाएं और साथ ही उसे कुमार्ग से सावधान भी करें।
धन्यवाद !
how can be post here pl tell us! and also confirm posting will be start in the month og july?
जवाब देंहटाएंalokkhare75@gmail.com
ये बंधन तो प्यार का बंधन हे
जवाब देंहटाएं१- मेरी दीदी
हाँ अब बो नानी भी बन चुकी हे
लेकिन राखी बांधना नही भूली
राखी पर उनका फोन आ ही जाता हे
क्या प्रोग्राम हे , कब आ रहे हो
या हर बार कि तरह इस बार भी.....
राखी पोस्ट कर दूँ....
शादी के बाद ये बंधन इतना कमजोर
क्यूँ हो जाता हे.....
में दुविधा में सोचता ही रह जाता हूँ...
२. पत्नी
ए जी सुनो .......
मोनू इस बार भी नही आ पायेगा
मुझे ही उसको राखी बांधने जाना होगा
मेने दबी सी आवाज में कहा
दीदी का फोन आया था ....
उसने इग्नोर किया , और बोली..
शाम को ऑफिस से जल्दी आ जाना
मोनू के लिए राखी खरीदनी है
मेरी दुविधा काफी हद्द तक
ख़तम हो चुकी हे....
३..अंतर
भाई (मोनू) कि शादी हो चुकी हे...
इस बार मोनू का फोन आया
दीदी आप इस बार राखी पर मत आना
मैं शिवाली को उसके भाई के यहाँ लेकर जाऊंगा
पत्नी बड़बड़ाती है....
ये आज कल कि लडकिया तो
आते ही संबंधों में दरार डाल देती हैं
और मोनू को भी देखो
कितनी जल्दी उसका गुलाम बन बैठा
मेरी दुविधा का कोई अंत नही.....