गुरुवार, 8 अगस्त 2013

बात बीवी की करो !

Indian_bride : Image of a gorgeous Indian bride and groom traditionally dressed
बात बीवी   की करो !
DO NOT COPY
बात शौहर  की नहीं बात बीवी की करो ,
जिसमे है अक्ल नहीं बात बीवी   की करो !
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कहा परदे  में रहो ; थोड़ी तो शर्म  करो ,
उसे  मंजूर नहीं बात बीवी की करो !
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रहो घर के भीतर नेक बीवी बनकर ,
उसे लगता न सही बात बीवी की करो !
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मेरा हर ज़ुल्म सहो दी हिदायत मैंने ,
उसने हामी न भरी बात बीवी की करो !
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 बगावत करने की मिलेगी सख्त सजा ,
'नूतन' डरती ही नहीं बात बीवी  की करो   !

शिखा कौशिक   'नूतन  ' 



रविवार, 4 अगस्त 2013

शक्ति और संभावना के साझे का नाम दुर्गा


-प्रेम प्रकाश
एकदम सामान्य सा पहनावा। आंखों पर चश्मा। कंधे तक कटे बाल। देखने में किसी आम पढ़ी-लिखी भारतीय युवती की तरह। न कोई बड़बोलापन। न दंभ। न ही अपनी शख्सियत को लेकर कोई मुगालता। दरअसल, हम बात कर रहे हैं उस निर्भीकता और कर्तव्य परायणता की, जिसका मिसाल बन गई हैं आज दुर्गा शक्ति नागपाल की। दुर्गा महज एक आईएएस भर नहीं है। भ्रष्टाचार और माफियागिरी पर महज आक्रोषित ही नहीं हुआ जा सकता, उस पर नकेल भी कसी जा सकती है। देश की इस बहादुर बेटी ने यह करके दिखाया है। अपने पूरे करियर में ऊंची से ऊंची तरक्की पाकर भी लोग उतनी चर्चा में आते जितनी चर्चा में दुर्गा है। अपने निलंबन के बावजूद। 
अवैध खनन माफिया के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली इस महिला आईएएस के निलंबन का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार के लिए नैतिक और सियासी दोनों तरह की मुसीबत लेकर आया है। दिलचस्प है कि इस पूरे घटनाक्रम में हर तरफ से जुबानी तीर चल रहे हैं। कुछ सरकार के बचाव में तो कुछ सरकार के खिलाफ। इन सबके बीच कोई अविचलित और शांत है तो वह है दुर्गा। दुर्गा को यह धीरता विरासत में मिली है और आज यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। 
25 जनवरी 1985 को आगरा में जन्मी दुर्गा पढ़ने में शुरू से अच्छी थी। उसने कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की शिक्षा पूरी करने के बाद सिविल सेवा में आने का फैसला किया। उसके लिए यह महज करियर का फैसला भर नहीं था। उसके लिए तो यह फैसला अपनी आगे की जिंदगी को जीने के तरीके को तय करने जैसा था। उसने यह दृढ़ मानस कैसे बनाया होगा यह उसकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से समझा जा सकता है। दुर्गा के पिता रक्षा सेवा में रहे। उनके दादाजी पुलिस सेवा में थे। कह सकते हैं कि दुर्गा ने अपनी पारिवारिक विरासत को ही अपनी लीक माना। 
2००9 में जब वह सिविल सेवा के लिए चुनी गई तो उसका नाम चोटी के 2० नामों में शामिल था। उसे पंजाब कैडर मिला और उसकी शुरुआती पोस्टिंग मोहाली में हुई। पिछले साल उसका तब उत्तर प्रदेश में तबादला कर दिया गया जब उसकी 2०11 बैच के आईएएस अभिषेक सिंह से शादी हुई। 2०13 के जुलाई में पहली बार दुर्गा के बारे में लोगों ने तब जाना जब उसने यमुना और हिंडन नदी के किनारे अवैध खनन करने वालों की खबर लेनी शुरू की। देखते-देखते उसका कहर इतना बढ़ा कि उसने इस अवैध धंधे में लगे 24 डंपरों और 3०० ट्रालियों को जब्त कर लिया। जब्ती में इसके अलावा भी बहुत कुछ शामिल था। इसके अलावा उसने एक दर्जन से ज्यादा गिरफ्तारियां भी की। पर खनन माफिया की आंखों को चुभने वाली यह दबंग आईएएस राज्य सरकार की आंखों में भी चुभने लगी। रातोंरात उसे निलंबित कर दिया गया। आरोप लगासांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का, जिसकी पुष्टि न तो स्थानीय लोग करते हैं और न प्रशासकीय रिपोर्ट। 
दुर्गा के पक्ष में जन समर्थन को देखते हुए सरकार की मुश्किल तो बढ़ ही रही है लेकिन एक खतरा और भी है। अपने पक्ष में बन रहे माहौल को देखकर कोई भी अधिकारी प्रशासकीय मर्यादा को ताक पर रख सकता है। दुर्गा इस मामले में सचेत है। उसे अपने कहने और करने की सीमा का पता है। यही समझ उसे और सशक्त बनाती है। एक-दो चर्चित कार्रवाइयों के बाद गुमनामी में खोेए अधिकारियों की देश में कमी नहीं है। पर दुर्गा उस कतार में खड़ी होने वाली नहीं। उसे अभी बहुत कुछ अपने देश और समाज के हासिल करना है और वह भी तमाम तरह की दुश्वारियों के बीच। लिहाजा, दुर्गा शक्ति और संभावना के साझे का नाम है। 


मित्रता दिवस पर सभी मित्रों को हार्दिक शुभकामनाओं के साथ यह हाइकु समर्पित....

बनो यूँ बड़े
भूले नहीं सुदामा
मित्र तुमको.

HAPPY FRIENDSHIP DAY:-))

Dr. Sarika Mukesh

शनिवार, 3 अगस्त 2013

मित्रता एक वरदान !-HAPPY FRIENDSHIP DAY



मित्रता एक वरदान !

                                   
मित्रता का भाव मानव के लिए वरदान है ;
जो नहीं ये जानता वो मूर्ख है ;नादान है .

देखकर दुःख मित्र का जिसका ह्रदय होता विकल ;
त्याग देता मित्र हित पल में सदा जो सुख सकल ,
है वही सच्चा सखा धरती पे वो भगवान है .
मित्रता का भाव ..................................

पाप करने से सदा मित्र को है रोकता ;
हर त्रुटि पर ज्येष्ठ भ्राता सम उसे है टोकता ,
मित्र ही सच्चा हितैषी -सुग्रीव के श्री राम हैं .
मित्रता का भाव ............................

जो निराशा के समय प्रफुल्ल कर देता ह्रदय ;
छीन कर चिंता सभी जो मित्र को करता अभय ,
निर्मल ह्रदय से युक्त मित्र पुण्य पावन धाम है .
मित्रता का भाव ..........................

दौड़कर आ जाता है कृष्णा की एक पुकार पर ;
सारथी बनकर सिखाता -''शत्रु का संहार कर '',
जो सुदामा को भी देता आगे बढ सम्मान है .
मित्रता का भाव .................................

जो नराधम को बना देता नरों में श्रेष्ठ है ;
मित्र का कल्याण हो इस हेतु ही सचेष्ट है ,
मित्र की रक्षार्थ उत्सर्ग करता प्राण है .
मित्रता का भाव ...................................

जात-पात;ऊँच-नीच को नहीं वो  मानता ;
मित्र को बस मित्र के ही रूप में पहचानता ,
मित्र मित्र है ;न वो निर्धन न वो धनवान है .
मित्रता का भाव ......................................

मित्र के उत्कर्ष पर जिसका है सीना फूलता ;
मित्र के सुख देखकर मन ख़ुशी से झूमता ,
मित्रता में द्वेष का होता नहीं स्थान है .
मित्रता का भाव ................................

जो विपत्ति में फंसे मित्र को न भूलता ;
मित्र हित की शाख पर जिस का ह्रदय है झूलता ,
दुःख की घड़ी में साथ देना मित्र की पहचान है .
मित्रता का भाव ..............................

शिखा कौशिक 'नूतन '


http://shikhakaushik666.blogspot.com

''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''


''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''

''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''
Animated Indian Flag
''दिल की धड़कन हिंदुस्तान ब्लोगर सम्मान ''

''सिन्दूरी सुबह है उजली हर रात है 
अपने वतन की तो जुदा हर एक बात है ''

    ऐसे ही भावों को अपने शब्दों में लिख भेजें १४ अगस्त २०१३ तक केवल इस इ मेल पर  [shikhakaushik666@hotmail.com और सर्वोतम अभिव्यक्ति के लिए पायें प्यारा सा उपहार !
शब्द सीमा -५१ शब्दों में ही समेटें अपने भारत के प्रति प्यार 

 नियम व् शर्ते
*अपनी प्रविष्टि  केवल इस इ मेल पर प्रेषित करें [shikhakaushik666@hotmail.com].अन्यत्र प्रेषित प्रविष्टि प्रतियोगिता का हिस्सा न बन सकेंगी .प्रविष्टि  के साथ अपना पूरा पता सही सही भेंजे .

* प्रतियोगिता आयोजक का निर्णय ही अंतिम माना जायेगा .इसे किसी भी रूप में चुनौती नहीं दी जा सकेगी .

*प्रतियोगिता किसी भी समय ,बिना कोई कारण बताये  रद्द की जा सकती है .

* विजेता को एक प्यारा सा  पुरस्कार  प्रदान किया जायेगा .
*उत्तर भेजने की अंतिम तिथि १४ अगस्त   २०१३ है .
*प्रतियोगिता परिणाम के विषय में अंतिम तिथि के बाद इसी ब्लॉग [हम हिंदी चिट्ठाकार हैं ] पर सूचित कर दिया जायेगा .


शिखा कौशिक 'नूतन '
[व्यवस्थापक -] 

गुरुवार, 1 अगस्त 2013

एक बहन मिल गयी -लघु कथा

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एक बहन मिल गयी -लघु कथा
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रोहित ,प्रभात और चिराग कोचिंग से लौट रहे थे .प्रभात की नज़र तभी सुनसान पड़ें खाली प्लॉट में चार लड़कों से घिरी  मदद के लिए पुकारती लड़की पर गयी .प्रभात ने अपना बैग कंधें से उतार कर सड़क पर फेंका और ''मेरी बहन को छोड़ दो कमीनों '' कहता हुआ उसी दिशा में दौड़ पड़ा .रोहित और चिराग प्रभात की बात सुनकर अपना बैग वहीँ फेंककर उसके पीछे दौड़ पड़े .तीन लड़कों को गुस्से में दौड़कर अपनी ओर आते देख वे चारों  लडकें लड़की को छोड़कर भाग लिए .उनमे से केवल एक ही को प्रभात पकड़ पाया और फिर वही पहुंचे रोहित व् चिराग ने उसकी  जमकर लतों-घूसों से खातिरदारी  कर दी .वो भी किसी  तरह खुद को छुड़ाकर भाग निकला .प्रभात को  उस पीड़ित लड़की  से उसका नाम-पता पूछते देखकर चिराग ने प्रभात से पूछा -''अबे तू तो ये कहकर भागा था मेरी बहन को छोड़ दो ...ये तेरी बहन नहीं है ...यूँ ही अपने साथ हमारी जान भी दांव पर लगा दी !!'' प्रभात मुस्कुराता हुआ बोला -'' मैं ऐसा न करता तो सालों तुम बहाना बनाकर निकल लेते और हम भाइयों के होते एक बहन की अस्मत लुट चुकी होती .'' रोहित प्रभात की बात सुन मुस्कुराता हुआ बोला -'' कुछ भी कहो ..मुझे भगवान ने कोई बहन नहीं दी थी आज प्रभात के कारण एक बहन मिल गयी .'' रोहित की बात सुनकर प्रभात ने उसे गले लगा लिया और पीड़ित लड़की की आँखे भर आई .

शिखा कौशिक 'नूतन' 

मंगलवार, 30 जुलाई 2013

अधिकारी का हौंसला, तोड़े बारम्बार-

Durga Shakti Nagpal, a young woman IAS officer of 2010 batch has been shifted from Punjab care to Uttar Pradesh cadre on the ground of marriage to  Shri Abhishek Singh, IAS officer of 2011 batch of Uttar Pradesh Cadre.
(1)
दुर्गा पर भारी पड़े, शुतुरमुर्ग के अंड |
भस्मासुर को दे सकी, आज नहीं वह दंड |
आज नहीं वह दंड, नोयडा खाण्डव-वन है  |
कौरव का उत्पात, हारते पाण्डव जन हैं |
फिर अंधे धृतराष्ट्र, दुशासन बेढब गुर्गा |
   बदल पक्ष अखिलेश, हटाते आय एस दुर्गा-
(2)

 फलता है हर फैसला, फैला कारोबार |
अधिकारी का हौंसला, तोड़े बारम्बार |
तोड़े बारम्बार, शक्ति दुर्गा की तोड़े |
सच्चाई की हार, वोट कुछ दल ने जोड़े |
छलता सत्ता-असुर, सिंह रह गया उछलता |
हुवा फेल अखिलेश, छुपाता सतत विफलता |