युंही दिल से
आज की महिलाओं की सफलता का राज़
आज की महिलाओं की सफलता का राज़
सदियों से कहा जा रहा है कि हर सफल आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है।हमारा समाज हमेशा से पुरूष प्रधान रहा है ऐसे में यह स्वीकारोक्ति इस सभ्यता में नारी के स्थान का स्वयं बखान करती है।
आज के दौर में जहाँ महिलाएं भी घर की चार दीवारी को लांघ कर दुनिया में हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर रही हैं तो एक बाल सुलभ ह्रदय से प्रश्न उठ रहा है कि आज के दौर की इन सफल महिलाओं के पीछे क्या किसी का हाथ नहीं हैं?
आज हर क्षेत्र में पुरुषों को महिलाओं से कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।Office, school,government sector,private sector,multinationals,banks आदि सभी जगह महिलाओं की मौजूदगी रहती है।ये समाज के लिए एवंम् स्वयं महिलाओं के लिए बेहद उत्साह एवं प्रगतिशीलता का द्योतक है।
हाँ यह सही है कि आज भी कुछ घर ऐसे हैं जहाँ महिलाओं को इतनी स्वतंत्रता हासिल नहीं होती किन्तु जो महिलाएं आज समाज में अपने कार्य क्षेत्रों में सफलता से क्रियाशील हैं वे बिना पारिवारिक सहयोग के यह सब नहीं कर सकती थीं यह भी एक कठोर सत्य है।
आज महिलाएं सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें पिता के रूप में,भाई के रूप में, जीवन साथी के रूप में खुले विचारों वाले पुरुषों का साथ मिल रहा है।
आज कोई भी पिता अपनी पुत्री को पुत्र के ही समान पढ़ाई के अवसर उपलब्ध करा कर उसके भविष्य को सुरक्षित करने की मजबूत नींव खड़ी कर देता है।घर में अगर बड़े बूढ़े उनके इस कार्य में बाधक बनें तो भाई बहन की ढाल बनकर पिता को मजबूत सहारा प्रदान करता है आखिर उसे भी तो अपनी बहन के भविष्य की चिंता है।
और जब इस पढ़ी लिखी युवती को जीवन साथी का साथ मिलता है तो वह भी उसे अपना सहारा देकर प्रोत्साहित करता है अपनी योग्यतानुसार इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए।
अगर स्त्री को पिता के रुप में, भाई के रूप में, जीवन साथी के रूप में यह सहयोग न मिले तो भी क्या वह अपनी personal life को sacrifice करके career को चुनेगी?
एक खुशहाल परिवार के साथ स्त्री के लिए समाज में अपनी पहचान बना कर सफलता प्राप्त करना संतुष्टि दायक एवं पूर्णता प्रदान करने वाला होता है बनिस्बत परिवार को sacrifice करके career को चुनना।स्त्री और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं प्रतिस्पर्धी नहीं।
तो समाज के जब भी किसी सफल महिला को देखें तो उसके पीछे खड़े पुरुष के लिए मन में श्रद्धा के भाव अवश्य लाएं।
@डाँ नीलम महेंद्र
आज के दौर में जहाँ महिलाएं भी घर की चार दीवारी को लांघ कर दुनिया में हर क्षेत्र में अपना वर्चस्व कायम कर रही हैं तो एक बाल सुलभ ह्रदय से प्रश्न उठ रहा है कि आज के दौर की इन सफल महिलाओं के पीछे क्या किसी का हाथ नहीं हैं?
आज हर क्षेत्र में पुरुषों को महिलाओं से कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।Office, school,government sector,private sector,multinationals,banks आदि सभी जगह महिलाओं की मौजूदगी रहती है।ये समाज के लिए एवंम् स्वयं महिलाओं के लिए बेहद उत्साह एवं प्रगतिशीलता का द्योतक है।
हाँ यह सही है कि आज भी कुछ घर ऐसे हैं जहाँ महिलाओं को इतनी स्वतंत्रता हासिल नहीं होती किन्तु जो महिलाएं आज समाज में अपने कार्य क्षेत्रों में सफलता से क्रियाशील हैं वे बिना पारिवारिक सहयोग के यह सब नहीं कर सकती थीं यह भी एक कठोर सत्य है।
आज महिलाएं सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें पिता के रूप में,भाई के रूप में, जीवन साथी के रूप में खुले विचारों वाले पुरुषों का साथ मिल रहा है।
आज कोई भी पिता अपनी पुत्री को पुत्र के ही समान पढ़ाई के अवसर उपलब्ध करा कर उसके भविष्य को सुरक्षित करने की मजबूत नींव खड़ी कर देता है।घर में अगर बड़े बूढ़े उनके इस कार्य में बाधक बनें तो भाई बहन की ढाल बनकर पिता को मजबूत सहारा प्रदान करता है आखिर उसे भी तो अपनी बहन के भविष्य की चिंता है।
और जब इस पढ़ी लिखी युवती को जीवन साथी का साथ मिलता है तो वह भी उसे अपना सहारा देकर प्रोत्साहित करता है अपनी योग्यतानुसार इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए।
अगर स्त्री को पिता के रुप में, भाई के रूप में, जीवन साथी के रूप में यह सहयोग न मिले तो भी क्या वह अपनी personal life को sacrifice करके career को चुनेगी?
एक खुशहाल परिवार के साथ स्त्री के लिए समाज में अपनी पहचान बना कर सफलता प्राप्त करना संतुष्टि दायक एवं पूर्णता प्रदान करने वाला होता है बनिस्बत परिवार को sacrifice करके career को चुनना।स्त्री और पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं प्रतिस्पर्धी नहीं।
तो समाज के जब भी किसी सफल महिला को देखें तो उसके पीछे खड़े पुरुष के लिए मन में श्रद्धा के भाव अवश्य लाएं।
@डाँ नीलम महेंद्र
-----आज महिलाएं सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें पिता के रूप में,भाई के रूप में, जीवन साथी के रूप में खुले विचारों वाले पुरुषों का साथ मिल रहा है।
जवाब देंहटाएं------समाज के जब भी किसी सफल महिला को देखें तो उसके पीछे खड़े पुरुष के लिए मन में श्रद्धा के भाव अवश्य लाएं।🙏🙏
----निश्चय ही -सुन्दर व सत्य एवं शिवं हेतु टिप्पणियाँ , बधाई ..
आपसे सहमत हूँ. सार्थक पोस्ट हेतु हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंshyam Gupta ji व Shikha kaushik ji आभार
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