'भारतीय नारी'-क्या होना चाहिए यहाँ जो इस ब्लॉग को सार्थकता प्रदान करे ? आप साझा करें अपने विचार हमारे साथ .यदि आप बनना चाहते हैं 'भारतीय नारी ' ब्लॉग पर योगदानकर्ता तो अपनाE.MAIL ID प्रेषित करें इस E.MAIL ID PAR-shikhakaushik666@hotmail.com
"रविकर रवितनया बने,मिलें टिप्पणी साठ , चाहे जो लिखिये यथा, सब लेंगे निज माथ। सब लेंगे निज माथ,जिया गद्गद होजाये , लिखिये कुछ भी खूब,जिया को जो भी भाये। लिखो दनादन खूब, उगा या छुपा हो दिनकर, करो नहीं यह चाह , रहे यदि रविकर, रविकर ॥"
"रविकर रवितनया बने,मिलें टिप्पणी साठ ,
जवाब देंहटाएंचाहे जो लिखिये यथा, सब लेंगे निज माथ।
सब लेंगे निज माथ,जिया गद्गद होजाये ,
लिखिये कुछ भी खूब,जिया को जो भी भाये।
लिखो दनादन खूब, उगा या छुपा हो दिनकर,
करो नहीं यह चाह , रहे यदि रविकर, रविकर ॥"
खूबसूरत अहसासों से रची गई सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएं