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मंगलवार, 16 अगस्त 2011
अश्लील खेल ले गया जेल, रमेश आडवाणी को
क्योंकि हवा में उड़ते प्लेन में वह अपने पास की सीट पर सोई हुई औरत के साथ अश्लील हरकतें करने लगे थे।
शिखा जी ! पूरी पोस्ट इतनी सी ही है। इतनी ही लिखी है और पूरी पोस्ट ही यहां डाल दी गई है। इस ख़बर की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए नीचे वेबसाइट का लिंक भी डाल दिया गया है। कृप्या देखें और बताएं कि इस पोस्ट के ज़रिये जो संदेश दिया जा रहा है उससे आप सहमत हैं या असहमत ?
६५ वर्षीय पुरुष से ऐसी हरकत की उम्मीद कम ही की जा सकती है .एक वर्ष की सजा ,१०,००० डॉलर का जुर्माना व् छूटने के बाद पांच साल तक कानूनी निगरानी में रखने की सजा वैसे तो कम नहीं है पर दस जूते भी खुले आम लगा दिए जाने चाहियें थे .
और adhik क्या kahoon सभी kuchh तो shikha ji ne kah ही दिया है bas itna ही kah सकती हूँ की एक itni उम्र के व्यक्ति को yadi ऐसे अपराध में पकड़ा जाये तो सजा कम से कम दस साल तो होनी ही चाहिए.और सजा सार्वजानिक होनी चाहिए ताकि सभी को सबक मिले .सार्थक पोस्ट आभार . वह दिन खुदा करे कि तुझे आजमायें हम.
आप दोनों बहनों का जज़्बा बिल्कुल सही है। यही जज़्बा हरेक नारी का होगा और नारी ही नहीं बल्कि मर्द भी यही कहेगा और यही कहता है इस्लाम। बलात्कारी को मृत्युदंड का प्रावधान केवल इस्लाम में ही है। आपके विचारों की प्रशंसा हमने हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम की कई पोस्ट्स में इसीलिए तो की है कि आप कहती हैं सच।
अनवर जी
जवाब देंहटाएंआपसे सविनय निवेदन है कि आप यहाँ पूरी पोस्ट प्रकाशित करें .इससे इस ब्लॉग के पाठकों को सुविधा रहेगी व् आपकी पोस्ट ज्यादा पढ़ी जाएगी .
साभार
शिखा जी ! पूरी पोस्ट इतनी सी ही है। इतनी ही लिखी है और पूरी पोस्ट ही यहां डाल दी गई है। इस ख़बर की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए नीचे वेबसाइट का लिंक भी डाल दिया गया है।
जवाब देंहटाएंकृप्या देखें और बताएं कि इस पोस्ट के ज़रिये जो संदेश दिया जा रहा है उससे आप सहमत हैं या असहमत ?
६५ वर्षीय पुरुष से ऐसी हरकत की उम्मीद कम ही की जा सकती है .एक वर्ष की सजा ,१०,००० डॉलर का जुर्माना व् छूटने के बाद पांच साल तक कानूनी निगरानी में रखने की सजा वैसे तो कम नहीं है पर दस जूते भी खुले आम लगा दिए जाने चाहियें थे .
जवाब देंहटाएंऔर adhik क्या kahoon सभी kuchh तो shikha ji ne kah ही दिया है bas itna ही kah सकती हूँ की एक itni उम्र के व्यक्ति को yadi ऐसे अपराध में पकड़ा जाये तो सजा कम से कम दस साल तो होनी ही चाहिए.और सजा सार्वजानिक होनी चाहिए ताकि सभी को सबक मिले .सार्थक पोस्ट आभार .
जवाब देंहटाएंवह दिन खुदा करे कि तुझे आजमायें हम.
आप दोनों बहनों का जज़्बा बिल्कुल सही है। यही जज़्बा हरेक नारी का होगा और नारी ही नहीं बल्कि मर्द भी यही कहेगा और यही कहता है इस्लाम।
जवाब देंहटाएंबलात्कारी को मृत्युदंड का प्रावधान केवल इस्लाम में ही है।
आपके विचारों की प्रशंसा हमने हिंदी ब्लॉगर्स फ़ोरम की कई पोस्ट्स में इसीलिए तो की है कि आप कहती हैं सच।