tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post8327060647960298081..comments2024-02-10T00:26:10.275-08:00Comments on भारतीय नारी: औरत :आदमी की गुलाम मात्रShikha Kaushikhttp://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-39222487002834307522013-12-06T06:43:45.099-08:002013-12-06T06:43:45.099-08:00औरत - औरत पर हुकुमत करना नहीं छोडेगी जब तक वह बदला...औरत - औरत पर हुकुमत करना नहीं छोडेगी जब तक वह बदलाब नहीं ला सकती..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16758905606510875826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-30208429891889479982013-12-06T05:39:17.587-08:002013-12-06T05:39:17.587-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति............बहुत सुन्दर प्रस्तुति............Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/05785534563111618281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-91531076816321877922013-12-06T05:07:16.861-08:002013-12-06T05:07:16.861-08:00----जो सच है उस पर किसी टिप्पणी की आवश्यकता ही नही...----जो सच है उस पर किसी टिप्पणी की आवश्यकता ही नहीं है...<br />---- हाँ एक सच यह भी है कि क्यों स्त्रियाँ यह सब सह लेती हैं, ...पढी-लिखी भी...डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-27102674264282961042013-12-05T17:29:48.520-08:002013-12-05T17:29:48.520-08:00बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की...बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!<br />--<br />आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज शुक्रवार (06-12-2013) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/2013/12/1453.html" rel="nofollow"> "विचारों की श्रंखला" (चर्चा मंचःअंक-1453)<br /> </a> पर भी है!<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com