tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post6073402653893076481..comments2024-02-10T00:26:10.275-08:00Comments on भारतीय नारी: पत्रिका में ‘भारतीय नारी’26 JUL, 2014Shikha Kaushikhttp://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-64404429553561015392014-08-11T00:33:14.421-07:002014-08-11T00:33:14.421-07:00सच लिखा है वस्तुस्थिति यही है ...परन्तु नारियां स्...सच लिखा है वस्तुस्थिति यही है ...परन्तु नारियां स्वयं सोचें कि पुरुष या समाज या बच्चों को अनुशासन व संस्कार देना किसका कर्त्तव्य है ताकि वे नारियों का सम्मान करना सीखें ......<br />---- नारियां यह सोचना ही नहीं चाहतीं कि आज हर बात में घर से बाहर निकल कर , पुरुषों की बराबरी करके उन्हें क्या प्राप्त हुआ है व होगा ..यह उन्हीं के मंथन का विषय है --वे क्यों पुरुषों की बराबरी करना चाहती हैं ..वे तो स्वतः ही पुरुषों से संकल्प व सांस्कृतिक दृष्टि में स्स्दैव ऊपर रहीं हैं...परन्तु अपने स्वः के कर्तव्य वहन से ...क्या आज वे अपने सामाजिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक कर्तव्य का वहन कर रहीं हैं ....<br /><br />--- जो स्वयं अपने धर्म से गिर जाता है अत्याचार उसीपर होता है ....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-25296279112391497542014-07-31T04:27:52.881-07:002014-07-31T04:27:52.881-07:00बहुत बढ़िया
हार्दिक बधाई!
बहुत बढ़िया<br />हार्दिक बधाई!<br />कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-33747205693463478672014-07-30T21:08:44.254-07:002014-07-30T21:08:44.254-07:00अच्छी प्रस्तुतिअच्छी प्रस्तुतिनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com