tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post4793950528741518203..comments2024-02-10T00:26:10.275-08:00Comments on भारतीय नारी: समाज की संवेदनहीनता Shikha Kaushikhttp://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-42826309381081226692015-08-25T04:25:11.576-07:002015-08-25T04:25:11.576-07:00कोइ क्या टिप्पणी करे --
-यह सब अतिशयोक्ति है ----ज...कोइ क्या टिप्पणी करे --<br />-यह सब अतिशयोक्ति है ----जब १० लडके एवरेस्ट चढते हैं तो एक बेटी भी चढ़ जाती है .....कहने की कोइ बात ही नहीं <br />--बेटे गिराते हैं तो कई बार बेटियाँ भी गिराती हैं ....<br />---दोनों में कोइ अंतर नहीं है , परन्तु बेटों को दबा-कुचल-कोसकर बेटियों को थोड़े ही आगे बढ़ाना है इससे तो अच्छा है वे पीछे ही रहें ....<br />---हमें समग्र समाज को आगे लेजाना है, यह वही गलती है जो जातिगत आरक्षण के साथ होरही है....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.com