tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post3788919780753921543..comments2024-02-10T00:26:10.275-08:00Comments on भारतीय नारी: करवा : विवाह संस्था की नई सीख--प्रेम प्रकाशShikha Kaushikhttp://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-81287540288546630452011-10-17T01:16:48.391-07:002011-10-17T01:16:48.391-07:00पूरे दिन करवा चौथ के नाम पर निर्जल उपवास के साथ पत...पूरे दिन करवा चौथ के नाम पर निर्जल उपवास के साथ पति की स्वस्थ और लंबी उम्र की कामना कुछ दशक पहले तक पत्नियां इसलिए भी करती थीं कि क्योंकि वह अपने पति के आगे खुद को हर तरीके से मोहताज मानती थी, लिहाजा अपने "उनके' लंबे साथ की कामना उनकी मजबूरी भी थी। ----<br /><br />---नहीं शिखा जी ...एक या दो मामलों में यह हो सकता है ...वास्तव में तब भी नारी की यही पति-प्रेम - आकांक्षा-भाव था और अब भी ---सही तो वही है कि भारतीय परम्पराएँ समय के साथ समन्वय-समायोजन करना जानती हैं ...जो वैज्ञानिकता, सामाजिकता, व्यवहारिकता के साथ आस्था पर आधारित है ...इसीलिये आज की कम्प्युटर युग की नारी भी थाल सजाकर निकल पडती है ....एसी ही है यह संस्कृति...जमाने से निराली....डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-1809727358744173032011-10-16T11:13:51.755-07:002011-10-16T11:13:51.755-07:00करवा चौथ के बदलते स्वरूप का बेहतर तरीके से विश्ल...करवा चौथ के बदलते स्वरूप का बेहतर तरीके से विश्लेषण। <br />पाश्चायत्य सभ्यता के इस दौर में इस त्यौहार ने जीवन साथियों के एक दूसरे के प्रति समर्पण और स्नेह-प्यार को इस त्यौहार ने जिंदा रखा है और अब तो यह व्रत न सिर्फ महिलाएं रख रही हैं बल्कि पुरूष भी अपने जीवन साथी के व्रत में साथ दे रहे हैं। <br />अच्छी प्रस्तुति।<br />आभार.......Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-49273670265319945972011-10-16T07:40:17.165-07:002011-10-16T07:40:17.165-07:00PATI PATNI K AAPSI SAMBANDHO KO MAZBOOT BANANE KA ...PATI PATNI K AAPSI SAMBANDHO KO MAZBOOT BANANE KA EK SUNDER UTSAV...NARIYAN AMAR RAHEN.Dr.R.Ramkumarhttps://www.blogger.com/profile/09073007677952921558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-31559691077509858932011-10-16T04:34:25.531-07:002011-10-16T04:34:25.531-07:00सुन्दर विवेचन.सुन्दर विवेचन.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14612724763281042484noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1698062258639618592.post-8061334314979785422011-10-16T03:50:08.086-07:002011-10-16T03:50:08.086-07:00दो साल पहले शादी के बाद बिहार से अमेरिका शिफ्ट होन...दो साल पहले शादी के बाद बिहार से अमेरिका शिफ्ट होने वाले प्रत्यंचा और मयंक को खुशी इस बात की है कि वे इस बार करवा चौथ अपने देश में अपने परिवार के साथ मनाएंगे। तो वहीं नोएडा की प्राइवेट यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली प्रेरणा इस खुशी से भर रही है कि वह पहली बार करवा चौथ करेगी और वह भी अपने प्यारे दोस्त के लिए। <br /><br />यह गोद किसी जड़ परंपरा की नहीं समय के साथ बदलते नित्य नूतन होती परंपरा की है। भारतीय लोक परंपरा के पक्ष में अच्छी बात यह है कि इसमें समायोजन की प्रवृत्ति प्रबल है। <br /><br />धन्यवाद |<br /><br />बहुत अच्छी प्रस्तुति ।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com